सेक्रेटेरिएट नहीं मंत्रालय रखें नाम
- नये सचिवालय परिसर के नाम के लिए राज्यपाल ने दी सलाह
LUCKNOW: राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर उनके नये कार्यालय भवन के लिए बधाई दी है। साथ ही कहा कि वे नये कार्यालय भवन का नामकरण राज्य की गरिमा के अनुरूप करें। उन्होंने सुझाव दिया कि नये भवन को सचिवालय कहने की बजाय 'मंत्रालय' कहना अधिक सार्थक और सारगर्भित होगा। सचिवालय, सेक्रेटेरिएट जैसे शब्द ब्रिटिश हुकूमत के परिचायक हैं। 15 अगस्त को होना है उद्घाटनदरअसल राज्यपाल को समाचार पत्रों के जरिए पता चला कि मुख्यमंत्री के नवनिर्मित कार्यालय की इमारत बनकर तैयार हो गयी है तथा आगामी 15 अगस्त के अवसर पर झंडारोहण के साथ इसका विधिवत उद्घाटन भी होना है। इसे देखते हुए राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के शिष्टाचार में मंत्री का पद सचिव से ऊपर होता है इसलिये मुख्यमंत्री व मंत्रियों के कार्यालय का नामकरण उसके अनुरूप होना चाहिए। इसलिए मेरा सुझाव है कि मुख्यमंत्री कार्यालय का नाम सचिवालय से अलग होना चाहिए। मालूम हो कि इससे पहले तीन अगस्त 2015 को भी राज्यपाल ने इस बाबत मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नये भवन का नाम 'मंत्रालय' रखने का सुझाव दिया था।