Lucknow: शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के बीच होने वाले फीस ट्रांसफर की प्रक्रिया को लखनऊ यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन कर दिया है. ऑनलाइन फीस ट्रांसफर से कॉलेजों को बैंक ड्राफ्ट के लिए बैंको के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. इसके साथ ही आने वाले दिनों में सहयुक्तता से लेकर सभी मदों के फीस ट्रांसफर की प्रक्रिया में इस नए नियम को अमल में लाया जायेगा.

एनईएफटी और आरटीजीएस सुविधा

यूनिवर्सिटी की तरफ से ऑनलाइन फीस ट्रांसफर को लेकर एनईएफटी और आरटीजीएस उपलब्ध कराया जा चुका है। इसके माध्यम से कॉलेज एग्जाम फीस सीधे यूनिवर्सिटी के खाते में जमा कर सकेंगे। फीस ट्रांसफर की प्रक्रिया में आने वाले दिनों में सहयुक्तता सम्बन्धी निर्धारित सभी फीस को भी इसके दायरे में लाया जायेगा।

पहले चेक से जमा करते थे

ज्ञात हो कि यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर प्रो। अजायब सिंह बरार के कार्यकाल में कॉलेजों द्वारा चेक से पैसा जमा किया जाता था, लेकिन उस दौरान तीन कॉलेजों के चेक बाउंस होने से यूनिवर्सिटी की तरफ से प्रक्रिया में बदलाव कर बैंक ड्राफ्ट जमा करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन बैंक ड्राफ्ट को लेकर बैंकों के चक्कर काटने की मजबूरी को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने ऑनलाइन ट्रांसफर को लागू कर दिया है।

सीधे बैंक में जमा करना होगी फीस

यूनिवर्सिटी के इस नियम से कॉलेजों को फीस जमा करने के लिए बैंक के चक्कर नहीं लगाने होंगे। अब कॉलेज यूनिवर्सिटी की ओर से दिए गए एनईएफटी और आरटीजीएस के तहत फीस सीधे यूनिवर्सिटी के खाते में जमा कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के तहत कॉलेजों को अब बार-बार बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगे।

क्या कहते हैं अधिकारी

इससे एक तो बैंकों के चक्कर कम लगाने पड़ेंगे, दूसरे बैंक ड्राफ्ट को लेकर बैंकों को निर्धारित रकम के बदले दिए जाने वाले टैक्स से निजात मिल सकेगी।

- डॉदेवेन्द्र सिंह,

प्राचार्य, कालीचरण पीजी कालेज 

Posted By: Inextlive