- लैपटॉप मामले पर दर्ज होगी एफआईआर नियुक्ति मामले की होगी जांच lucknow@inext.co.in LUCKNOW: केजीएमयू में सोमवार को हुई कार्यपरिषद की बैठक में डॉ. आशीष बाखलू और डॉ. नीतू सिंह की सेवाएं समाप्त कर दी गई. वहीं डॉ. अनुपम बाखलू के खिलाफ छह सदस्यीम जांच समिति का गठन किया गया. लैपटाप खरीद घोटाला माम

- लैपटॉप मामले पर दर्ज होगी एफआईआर, नियुक्ति मामले की होगी जांच

LUCKNOW:

केजीएमयू में सोमवार को हुई कार्यपरिषद की बैठक में डॉ। आशीष बाखलू और डॉ। नीतू सिंह की सेवाएं समाप्त कर दी गई। वहीं डॉ। अनुपम बाखलू के खिलाफ छह सदस्यीम जांच समिति का गठन किया गया। लैपटाप खरीद घोटाला मामले पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी, वहीं नियुक्ति प्रक्रिया में हुई धांधली को लेकर जांच समिति बनाई गई है।

किए गए टर्मिनेट

कार्य परिषद की बैठक की अध्यक्षता वीसी प्रो। एमएलबी भट्ट ने की। बैठक में पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के डॉ। आशीष बाखलू को टर्मिनेट करने का फैसला लिया गया। गौरतलब है कि इन्हें सीपीएमएस स्थापित करने के लिए मार्च 2010 में नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया था। जिसमें कई अनियमिताएं आई थीं। उन्हें कुलाधिपति सहित अन्य अधिकारियों को फर्जी एवं गलत सूचना देने का भी दोषी माना गया।

जांच में पाई गई दोषी

डॉ। नीतू सिंह, सह आचार्य, नॉन मेडिकल, सीएफआर को भी केजीएमयू से टर्मिनेट किया गया है। उनके खिलाफ जांच समिति द्वारा दाखिल किये गये आरोपों पर पर्याप्त अवसर देने के बाद भी जवाब नहीं दिया गया। इन्हें शोध परियोजनाओं से संबंधित कार्यो में अनुचित दबाव, अनियमितताओं आदि का दोषी पाया गया।

दर्ज होगी एफआईआर

आईटी सेल द्वारा वर्ष 2015 में ऑनलाइन परीक्षा के लिए गए 300 लैपटॉप की खरीद में हुई अनियमितता के प्रकरण पर एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया गया। वहीं वर्ष 2004-05 में समूह ग के पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया में सम्मिलित चयन सदस्यों के संबंधों में गठित समिति की जांच रिपोर्ट में परिषद ने पाया कि जांच रिपोर्ट में कई बिंदुओं पर जानकारी नहीं उपलब्ध कराई गई है। जिनके संबंध में तथ्यों का उपलब्ध होना बेहद जरूरी है। ऐसे में रिपोर्ट को अधूरी मानते हुये छूटे हुए बिंदुओं पर भी पूर्व गठित समिति जांच करते हुये रिपोर्ट पेश करेगी।

Posted By: Inextlive