कोविड मरीजों की जान बचाने में लोहिया नंबर वन
- राजधानी के पांच बड़े अस्पतालों में कोरोना से अब तक 1500 से अधिक मौतें
- लोहिया संस्थान में 10.72 प्रतिशत ही है कोरोना मरीजों की मृत्युदर LUCKNOW: कोरोना की दूसरी लहर, पहली लहर की तुलना में काफी घातक साबित हुई है। अगर हम प्रदेश की बात करें तो यहां राजधानी में इस बार न सिर्फ बड़ी संख्या में लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं, बल्कि प्रदेश में संक्रमण से होने वाले मौतें भी यही सबसे ज्यादा हुई हैं। 6 मई को तो यहां एक ही दिन में 65 लोगों की जान संक्रमण से गई थी। वहीं अप्रैल माह में कुल 832 लोगों की जान कोरोना ने ले ली थी। डॉक्टर्स का कहना है कि इस बार कोरोना की संक्रामकता अधिक होने की वजह से मौतें भी अधिक देखने को मिली हैं। राजधानी में सर्वाधिक मौतेंस्वास्थ्य विभाग के अनुसार 28 मई तक राजधानी में कुल 2423 मरीजों को जान संक्रमण के कारण गई है। मई माह में अब तक 624 लोगों को मौत कोरोना के कारण हुई है। राजधानी के केजीएमयू, पीजीआई और लोहिया संस्थान में अब तक एक हजार से अधिक कोविड मरीजों की जान जा चुकी है।
मृत्युदर में टीएसएम आगेराजधानी के अस्पतालों में कोरोना से होने वाली मौतों को देखें तो सर्वाधिक मृत्युदर टीएसएम मेडिकल कॉलेज की है। यहां 22 मई तक भर्ती कराए गए करीब 1045 मरीजों में से 212 मरीजों ने दम तोड़ा है। इस अस्पताल में करीब 21 फीसद मरीजों की मौत हुई है। वहीं अगर हम सरकारी संस्थानों की बात करें तो केजीएमयू मृत्युदर के मामले में सबसे आगे है। यहां कोरोना के इलाज के लिए करीब 3,859 मरीजों को भर्ती कराया जा चुका है, जिसमें 598 मरीजों को कोरोना से बचाया नहीं जा सका है।
बाक्स युवाओं पर ज्यादा असर लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ। श्रीकेश सिंह ने बताया कि इस बार युवाओं में संक्रमण काफी घातक देखने को मिला है। आलम यह था कि कई युवा संक्रमण के दो से तीन दिन में ही मौत का शिकार हो गए। को-मार्बिड लोगों में भी वायरस का अधिक प्रभाव दिखाई दिया है। भर्ती होने वाले बहुत से मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट या वेंटिलेटर की जरूरत पड़ रही थी, जिसके वजह से दिक्कतें इस बार ज्यादा सामने आई हैं। अब कोरोना का संक्रमण कम हुआ है लेकिन लोग अभी पूरी सावधानी रखें। कोट कोरकोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण काफी घातक होने के कारण अधिक मौतें सामने आई हैं। अब मरीज कम मिल रहे हैं लेकिन लोग कोरोना को लेकर पूरी सावधानी रखें।
डॉ। श्रीकेश सिंह, प्रवक्ता, लोहिया संस्थान बाक्स किस अस्पताल में कितनी मौतें अस्पताल मौत मरीज मृत्युदर केजीएमयू 598 3859 15.49 पीजीआई 300 2006 14.95 लोहिया 198 1846 10.72 एरा 236 2763 8.50टीसीएम 212 1045 20.28
नोट- मौत के आंकड़े 22 मई शाम तक के हैं।