Lucknow News: डायल-112 कंट्रोल रूम में रोज हजारों कॉल आती हैं। इनमें बहुत सी कॉल ऐसे लोगों की होती हंै जो पश्चिम बंगाल उड़ीसा केरल हैदराबाद कर्नाटक महाराष्ट्र पंजाब आदि राज्यों से यूपी आते हैं। ये लोग जब कंट्रोल रूम कॉल करते हैं तो लैंग्वेज को लेकर दिक्कतें आती हैं।


लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश के कई शहरों में रोज हजारों की संख्या में पर्यटक दूसरे प्रदेशों से घूमने आते हैं। साउथ इंडिया और नार्थ ईस्ट से आने वाले पर्यटकों को यहां भाषा को लेकर कई बार दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। वहीं किसी भी तरह की आपराधिक घटना या फिर कोई जानकारी हासिल करने के लिए वे जब डायल 112 पर कॉल करते हैं, वहां भी भाषा को लेकर उन्हें काफी परेशानी होती है। इसे देखते हुए डायल 112 ने अब एक नई सेवा की शुरुआत की है। ऐसे पर्यटक अपनी स्थानीय भाषा में ही इस नंबर पर कॉल कर अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं। पेश है अमित गुप्ता की रिपोर्टस्टॉफ को दी गई ट्रेनिंग


डायल-112 कंट्रोल रूम में रोज हजारों कॉल आती हैं। इनमें बहुत सी कॉल ऐसे लोगों की होती हंै, जो पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, केरल, हैदराबाद, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब आदि राज्यों से यूपी आते हैं। ये लोग जब कंट्रोल रूम कॉल करते हैं तो लैंग्वेज को लेकर दिक्कतें आती हैं। जिसे देखते हुए काफी दिनों से इस प्रक्रिया को ठीक करने का प्रोसेस चल रहा था, जिसे अब लागू कर दिया गया है। डायल-112 कंट्रोल रूम में पांच हेल्प डेस्क बनाई गई है। इन पर काम करने वाले कर्मियों को अलग-अलग भाषाओं की ट्रेनिंग दी गई है।ऐसे किया जाएगा कामडायल-112 एडिशनल एसपी मोहनी पाठक ने बताया कि कंट्रोल रूम में आने वाली ऐसी कॉल को स्पेशल हेल्प डेस्क पर ट्रांसफर किया जाएगा। वहां तो स्टॉफ है, उसे कई भाषाओं का ज्ञान है। वहीं, अगर कोई ऐसी भाषा है, जिसे वे भी नहीं जानते हैं तो उस कॉल को संबंधित शहर में बैठे उस वालंटियर को ट्रांसफर कर कांफ्रेंसिंग कराई जाएगी जो उस भाषा को जानता है। इसके बाद हेल्प डेस्क पर बैठा व्यक्ति पीआरपी को हिंदी में संदेश भेजेगा।पुलिस ऐसे करेगी कम्युनिकेटएएसपी ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत लिखने के बाद कंट्रोल रूम के कर्मी इवेंट बनाकर पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) को भेज देंगे। पुलिस घटनास्थल पर जाएगी और शिकायतकर्ता से मिलने के बाद भाषणी एप्लीकेशन का यूज करेगी। इस एप्लीकेशन में देश की अलग-अलग भाषाओं का आप्शन है। जिसके माध्यम से पुलिस शिकायतकर्ता से बात करेगी। इसके बाद पुलिस को आगे की कार्रवाई करेगी।हर कॉलर से ये दो जरूरी सवाल1- आपने क्या कपड़ा पहना है और किस कलर का है?2- किस जगह पर खड़े हैं, अपनी नियर की कोई लोकेशन बताएं?प्रदेश में यहां-यहां से आते हैं पर्यटक- पश्चिम बंगाल- उड़ीसा

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- हैदराबाद- कर्नाटक- महाराष्ट्र- पंजाब- गुजरातअयोध्या में पर्यटकों के लिए भी राहत22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का अयोजन किया जाना है। संभावना है कि इसमें देश के अलग-अलग शहरों से हजारों के तदाद में लोग शामिल होंगे। अन्य राज्यों के लोगों के साथ क्राइम होना या फिर कोई जानकारी लेने पर पुलिस को कॉल करने पर कतराते हैं, लेकिन अब इन पर्यटकों को पुलिस की इस सुविधा से काफी राहत मिलेगी।शुरू हुई व्यवस्था में देश की हर भाषा में शिकायतकर्ता की बात सुनी जाएगी और उसका हल निकाला जाएगा। नई व्यवस्था के शुरू होने पर माघ मेला, अयोध्या समेत अन्य धार्मिक या फिर पर्यटन स्थल पर आने वाले पर्यटकों को राहत मिलेगी।नीरा रावत, एडीजी, डायल-112 यूपी

Posted By: Inextlive