लखनऊ यूनिवर्सिटी गुरुवार को 101 वर्ष की हो जाएगी। इस मौके पर यूनिवर्सिटी की तरफ से स्थापना दिवस मालवीय सभागार में मनाया जाएगा। इस बार स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व छात्र दिनकर पी श्रीवास्तव को सम्मानित किया जाएगा। लखनऊ यूनिवर्सिटी की स्थापना 18 मार्च 1921 को हुई थी। एलयू की स्थापना में तत्कालीन संयुक्त प्रांत के उपराज्यपाल सर हरकोर्ट बटलर और अवध के तालुकेदारों का विशेष योगदान रहा।


लखनऊ (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र दिनकर पी श्रीवास्तव ने वर्ष 1976 में लखनऊ यूनिवर्सिटी के राजनीति शास्त्र विभाग से एमए की पढ़ाई पूरी की थी। यूनिवर्सिटी एल्युमिनाई एसोसिएशन की अध्यक्ष प्रो निशी पांडेय ने बताया कि वर्ष 1978 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल होने के बाद दिनकर पी श्रीवास्तव ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई अहम पदों की जिम्मेदारी निभाई है। कई देशों के राजदूत रहे दिनकर अरेबिक, फ्रेंच और फारसी भाषा के अच्छे जानकार हैं। वर्ष 2015 में सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान में वह इंडियन पोट्र्स ग्लोबल लिमिटेड आईपीजीएल के इंडीपेंडेंट डायरेक्टर हैं। एलयू के सफर पर एक नजर- 1 मई 1864 को कैनिंग कॉलेज का औपचारिक उद्घाटन अमीनुद्दौला पैलेस में हुआ। - 1867 तक कैनिंग कॉलेज कलकत्ता यूनिवर्सिटी से संबद्ध रहा। - 1888 में इसे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से संबद्ध किया गया।


- 1905 में प्रदेश सरकार ने गोमती की उत्तर दिशा मे करीब 90 एकड़ का भूखंड कॉलेज को स्थानांतरित किया। जिसे बादशाहबाग के नाम से जाना जाता है।

- कैनिंग कॉलेज परिसर में सैडलर आयोग द्वारा लखनऊ में एक आवासीय और अध्यापन यूनिवर्सिटी खोलने के प्रस्ताव को तत्कालीन संयुक्त राज्य के उपराज्यपाल, सर हरकोर्ट बटलर, महमूदाबाद के राजा मुहम्मद अली खान आदि के प्रयासों से 7 अगस्त 1920 को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की सीनेट ने सहमति प्रदान की। - 8 अक्टूबर 1920 को विधान परिषद ने लखनऊ यूनिवर्सिटी की स्थापना संबधी विधेयक पारित किया, जिसे 1 नवंबर 1920 को उपराज्यपाल और 25 नवंबर 1920 को गवर्नर जनरल की मंजूरी मिली।

Posted By: Inextlive