मीटर रीडर्स फील्ड पर नहीं जा रहे और घर से ही बिजली का बिल बना रहे
लखनऊ (ब्यूरो)। राकेश का पिछले दो महीने से अचानक बिजली बिल बढ़ गया था। वह काफी परेशान थे। उनका कहना था कि पहले उनका बिल डेढ़ हजार के आसपास आता था लेकिन अब अचानक से दो से तीन गुना बढ़ गया है। फिलहाल अब उनका बिल संशोधित कर दिया गया है। यह एक उदाहरण है लेकिन हकीकत यह है कि मीटर रीडर की लापरवाही उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद मीटर रीडर्स की भूमिका की जांच शुरू करा दी गई है साथ ही नोटिस भी जारी किया गया है।30 से अधिक मामले आए सामने
चिनहट क्षेत्र के उपभोक्ताओं को मीटर रीडर की लापरवाही का अधिक सामना करना पड़ रहा है। वजह यह है कि मीटर रीडर उपभोक्ताओं के घर जाए बिना ही औसत रीडिंग के आधार पर बिल बना रहे हैैं। इतना ही नहीं, एक बार औसत रीडिंग के आधार पर बिल बनाए जाने से उपभोक्ताओं को डर है कि भविष्य में भी उनके पास औसत रीडिंग के आधार पर ही बिल न आए।लगातार बढ़ रहीं शिकायतें
चिनहट क्षेत्र के उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले उनका बिल 1200 से 1800 के बीच में आता था लेकिन अब अचानक 20 हजार तक बिल आ गया है। उपभोक्ताओं का कहना है कि मीटर रीडिर रीडिंग लेने नहीं आया और अचानक बिल बढ़ गया।मामले को लिया गंभीरता सेचिनहट ईई मुकेश कुमार ने उपभोक्ताओं की आ रही शिकायतों को स्वत: संज्ञान में लिया है। उनके बिल संशोधित कराए जा रहे हैैं। मीटर रीडरों की भूमिका की जांच शुरू करा दी गई है। मीटर रीडरों के सुपरवाइजर को नोटिस भी जारी किया गया है। ईई का कहना है कि यह बात सही है कि उपभोक्ताओं की शिकायतें आई हैैं। सभी शिकायतों के आधार पर बिल ठीक कराए जा रहे हैैं। मीटर रीडर्स को निर्देश दिए गए हैैं कि हर हाल में उपभोक्ताओं के घरों में जाकर ही रीडिंग लें।