एलडीए ने आजाद नगर योजना के सेक्टर बी में भूखंड संख्या एसएस-153ए को मुकेश शर्मा को आवंटित किया था। इस 63 वर्गमीटर भूखंड पर मुन्ना नाम के व्यक्ति ने अवैध निर्माण कर लिया था। इस पर एलडीए ने 23 अप्रैल 2010 को अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश दिए।


लखनऊ (ब्यूरो)। जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए आयोजित जनता अदालत के दौरान उस समय हंगामा हो गया, जब एक फरियादी और अफसर के बीच कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि अधिकारी ने फरियादी को थप्पड़ मार दिया। इस घटना के बाद मौके पर मौजूद लोग हंगामा करने लगे। एलडीए वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया और जांच के आदेश दिए। आरोपी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।कब्जे को लेकर परेशान है आवंटी


एलडीए ने आजाद नगर योजना के सेक्टर बी में भूखंड संख्या एसएस-153ए को मुकेश शर्मा को आवंटित किया था। इस 63 वर्गमीटर भूखंड पर मुन्ना नाम के व्यक्ति ने अवैध निर्माण कर लिया था। इस पर एलडीए ने 23 अप्रैल 2010 को अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश दिए। आदेश के बावजूद जब अवैध निर्माण ध्वस्त नहीं हुआ तो आवंटी मुकेश शर्मा ने 29 जनवरी 2014 को प्रार्थना पत्र दिया था। इसे लेकर मुकेश शर्मा ने हाइकोर्ट में भी अपील की। कोर्ट ने तीन महीने के भीतर अवैध निर्माण को हटाने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश का पालन नहीं होने पर अवमानना की नोटिस जारी हुई। इस बीच मुकेश शर्मा ने 29 सितंबर 2015 को एक शपथ पत्र दिया, जिसमें मुन्ना से सुलह की बात कही गई। मुकेश शर्मा ने रजिस्ट्री कराने के लिए पत्र लिखा। साइट प्लान में भूखंड 105 वर्गमीटर का निकला। इस पर वर्ष 2005 से दो मंजिला मकान बना था। मुकेश शर्मा ने 18 मई 2018 को यह शपथ पत्र भी दिया कि भूखंड उनके कब्जे में है। इस आधार पर एलडीए ने छह अगस्त 2018 को मुकेश शर्मा के पक्ष में रजिस्ट्री भी कर दी। अब मुकेश शर्मा वर्ष 2010 के तहत भूखंड पर बने अवैध निर्माण को ध्वस्त कराकर कब्जा की मांग के लिए भटक रहे हैं।जोनल अधिकारी से विवाद

गुरुवार को जनता अदालत में जोनल अधिकारी अरङ्क्षवद त्रिपाठी से मुकेश शर्मा का विवाद हो गया। इस बीच बगल में बैठे अधिकारी डीके ङ्क्षसह ने भी हस्तक्षेप कर दिया। हस्तक्षेप के बाद मुकेश शर्मा और डीके ङ्क्षसह के बीच कहासुनी हो गई। मामला इतना बढ़ा कि डीके ङ्क्षसह ने मुकेश शर्मा को थप्पड़ मार दिया। गोमतीनगर जनकल्याण समिति के विवेक शर्मा ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची पर घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी नहीं मिला। उधर एलडीए वीसी ने पीडि़त मुकेश शर्मा से घटना के लिए क्षमा मांगते हुए जोनल अधिकारी अरङ्क्षवद त्रिपाठी को अवैध निर्माण मामले की जांच के लिए भेजा।कार्रवाई की मांगघटना के दौरान मौके पर मौजूद लखनऊ जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे का कहना है कि यदि प्राधिकरण दिवस में वीसी या कोई अन्य बड़ा अधिकारी होता तो यह घटना न होती। इस घटना के बाद अब कोई पीडि़त एलडीए जाने से बचेगा। इस मामले में जांच कर कड़ी कार्रवाई किए जाने की जरूरत है।मैं कई महीने से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर कब्जा वापस लेने के लिए भटक रहा हूं। आज भी जनता अदालत में आया था, यहां मेरे साथ मारपीट की गई।-मुकेश शर्मा, पीडि़तमुकेश शर्मा जनता अदालत में जोनल अधिकारी अरङ्क्षवद त्रिपाठी से अभद्रता कर रहे थे। उनको अपशब्द कहने से मना करने पर वह हाथापाई पर उतर आए। थप्पड़ नहीं मारा है, धक्कामुक्की में उनका चश्मा गिर गया था।-डीके ङ्क्षसह, आरोपी एलडीए अधिकारीमुकेश शर्मा का मामला विवादित है। एलडीए को उन्होंने भूखंड पर अपना कब्जा होने के शपथ पत्र पर ही उनके पक्ष में रजिस्ट्री की गई थी। दूसरे पक्ष ने भी कई दस्तावेज दिखाए हैं। तमाचा मारने की घटना पर आरोपी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा है।-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए

Posted By: Inextlive