Lucknow News: राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय में रोजाना हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। यहां पर कार्डियोलॉजी की ओपीडी के संचालन के साथ कार्डियक वार्ड में भी मरीजों की भर्ती की जाती है। जिससे एक बड़ी आबादी को राहत मिलती है।


लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आपको दिल की समस्या हो तो राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल जाने से बचें, क्योंकि काफी लंबे समय से यहां की कार्डियोलॉजी ओपीडी बंद है। इसकी बड़ी वजह यहां तैनात एकलौते कार्डियोलॉजिस्ट द्वारा इस्तीफा दे दिया गया है। जिसकी वजह से मरीजों को दिल के इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, शासन को इस बाबत जानकारी दी जा चुकी है। उम्मीद है कि जल्द ही नया कार्डियोलॉजिस्ट मिल जाएगा।कार्डियक ओपीडी हुई बंद


राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय में रोजाना हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। यहां पर कार्डियोलॉजी की ओपीडी के संचालन के साथ कार्डियक वार्ड में भी मरीजों की भर्ती की जाती है। जिससे एक बड़ी आबादी को राहत मिलती है। पहले यहां पर बतौर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। वीके सिंह राठौर तैनात थे। पर उन्होंने काफी समय पहले इस्तीफा दे दिया था, जिसके चलते दिल के मरीजों पर इलाज का संकट गहरा गया है।फिजीशियन देख रहे दिल के मरीज

कार्डियोलॉजिस्ट द्वारा इस्तीफे के बाद यहां आने वाले दिन के मरीजों का इलाज के लिए संकट बढ़ गया। यहां तक पुरुष कार्डियक वार्ड पर ताला तक लग गया था, जिसके कारण भर्ती तक बंद हो गई थी। पर अब यहां दिल के मरीज फिजीशियन के भरोसे हैं, जिनपर पहले ही अन्य मरीजों का लोड है। वहीं, गंभीर दिल के मरीजों को बलरामपुर समेत अन्य अस्पताल रेफर किया जाने लगा है। ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।डीजी ने किया निरीक्षणअस्पताल के सीएमएस डॉ। व्यास ने बताया कि फिलहाल दिल के मरीजों को फिजीशियन द्वारा देखा जा रहा है। मामले को लेकर शासन को अवगत कराया जा चुका है। जिसके बाद डीजी द्वारा निरीक्षण भी किया जा चुका है। उम्मीद है कि जल्द ही नए डॉक्टर की तैनाती हो जाएगी। किसी मरीज को कोई दिक्कत नहीं आने दी जा रही है। शासन को अवगत कराया जा चुका है। डीजी द्वारा निरीक्षण किया जा चुका है। उम्मीद है कि जल्द ही नई तैनाती हो जाएगी। - डॉ। व्यास, सीएमएस, आरएलबी अस्पताल

Posted By: Inextlive