- केजीएमयू में आ रहे हैं इस तरह के कई मामले

- प्री-मेच्योर रिलेशन बना रहा युवाओं को डिप्रेशन का शिकार

LUCKNOW(16 Feb):

18 वर्षीय एक लड़की ने 12वीं पास करने के बाद कॉलेज में एडमिशन लिया। वहां उसकी दोस्ती अपने एक सीनियर स्टूडेंट से हो गई। कुछ समय बाद उस सीनियर ने उसे शारीरिक रूप से प्रताडि़त किया और फिर दोनों का ब्रेकअप हो गया। लड़की डिप्रेशन में चली गई और उसने आत्महत्या का प्रयास किया। लड़की का अब काउंसिलिंग के साथ इलाज किया जा रहा है।

राजधानी के एक सभ्रांत परिवार का 23 वर्षीय युवक पढ़ाई के लिए मध्य प्रदेश गया, जहां उसकी दोस्ती एक लड़की से हो गई। कुछ समय तक तो सब ठीक चलता रहा लेकिन इसके बाद लड़के को पता चला कि लड़की के और लड़कों से भी रिलेशन हैं। इस पर वह डिप्रेशन में आकर नशा करने लगा। अब लड़के का इलाज केजीएमयू में चल रहा है।

एक 21 वर्षीय युवक के कई दोस्तों की गर्ल फ्रेंड हैं। दोस्तों को देखकर इस युवक ने भी एक लड़की से दोस्ती की और कुछ दिनों बाद ही किन्हीं कारणों से दोनों के बीच का रिश्ता टूट गया। इससे परेशान युवक पूरी तरह टूट गया और डिप्रेशन में चला गया। परिवार वालों को जब इसका पता चला तो वे उसे इलाज के लिए केजीएमयू लाए, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।

ये तीन केस यह बताने के लिए काफी है कि आजकल बड़ी संख्या में युवा रिलेशनशिप में लाइफ जीना चाहते हैं। ऐसा वह अधिकतर अपने दोस्तों की देखा-देखी में ही करते हैं। कई बार जब ऐसे रिलेशन टूटते हैं तो युवा पूरी तरह डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं और कई बार तो वे आत्महत्या जैसा बड़ा कदम भी उठा लेते हैं। ब्रेकअप के बाद डिप्रेशन में जाने वाले कई केस लगातार सामने आ रहे हैं।

मार्केट भी है एक प्रमुख कारण

केजीएमयू के मनोरोग विभाग के एडीशनल प्रोफेसर डॉ। आदर्श त्रिपाठी ने बताया कि इंसान का व्यवहार उम्मीदों से प्रभावित होता है। आज मार्केट वेलेंटाइन डे आदि को काफी प्रमोट करती है। कार्ड, ज्वेलरी, गैजेट्स आदि को गिफ्ट में देने का चलन बढ़ गया है। 15 से 23 साल के युवा इससे सर्वाधिक प्रभावित होते हैं। रिलेशन और लव की ओर भी इनका काफी रुझान रहता है।

संवेदनशील ज्यादा प्रभावित

डॉ। आदर्श के अनुसार रिलेशन और प्यार उन लोगों को सर्वाधिक प्रभावित करता है जो बेहद संवेदनशील होते हैं। ऐसे में अगर इनके साथ के लोग लव और रिलेशन में आगे बढ़ते हैं तो इन्हें लगता है कि हम जिंदगी की रेस हार रहे हैं। ऐसे लोग धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार होते हैं।

खुद को पहंचाते हैं नुकसान

डॉक्टर्स का कहना है कि जिस उम्र में भविष्य बनाने का काम किया जाना चाहिए, उस उम्र में अब बहुत से लोग रिलेशन के दिखावे में अपना भविष्य खत्म कर रहे हैं। रिलेशन के दिखावे के चक्कर में ऐसे लोग अनचाहे रिश्ते बनाते हैं, गलत लोगों के संपर्क में आते हैं और जब इसमें ब्रेकअप होता है तो वे खुद को या दूसरे को नुकसान पहुंचाने से भी नहीं चूकते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

- कहीं आपके बच्चे कपल्स में ज्यादा इंट्रेस्ट तो नहीं रखते हैं

- बच्चों ने कहीं दोस्तों से बातें करना तो कम नहीं कर दिया है

- बच्चे मोबाइल और टीवी में ही व्यस्त तो नहीं रहने लगे हैं

- आपसे नजरें बचाकर चैटिंग तो नहीं करते रहते हैं

- पढ़ाई से बच्चों का लगातार दूर होते जाना

- लाइफ स्टाइल में अचानक परिवर्तन आना

इस तरह बचें

- बच्चों की हर हरकत पर पेरेंट्स और टीचर ध्यान दें

- बच्चों से लगातार बातचीत करते रहें

- बच्चों का विश्वास जीतें ताकि वे हर चीज आपसे शेयर करें

- बिना मतलब बच्चों को बार-बार टोकें नहीं

लव व रिलेशन के दिखावे के चलते इन दिनों कम उम्र में ही लोग मेंटली डिस्टर्ब हो रहे हैं। इस समस्या के शिकार लोगों का मन वास्तविकता से दूर काल्पनिकता में जाने लगता है। इस तरह के मामले काफी संख्या में अब सामने आ रहे हैं। अगर किसी को ऐसी समस्या है तो वह डॉक्टर के पास आए और पेरेंट्स भी घर पर ऐसे बच्चों की काउंसिलिंग करें। मेरा तो यही कहना है कि लोगों को दिखावे से बचना चाहिए और किसी भी तरह के गलत रिश्ते से दूर रहना चाहिए। यह आपके लिए ही फायदेमंद होगा।

डॉ। आर्दश त्रिपाठी, एडीशनल प्रोफेसर मनोरोग विभाग, केजीएमयू

Posted By: Inextlive