Lucknow News: करीब 40 फीसदी कार मालिक ऐसे हैैं जो रोजाना या हर दूसरे दिन अपनी कार को धुलवाना पसंद करते हैैं। पहले उन्होंने कार घर से बाहर निकाली फिर मोटर का बटन ऑन करके पानी की तेज धार से कार को नहलाना शुरू कर दिया। देखते ही देखते 20 लीटर से अधिक अमृत समान जल रोड पर बह जाता है।


लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां तेजी से शहर में अंडरग्राउंड वॉटर लेवल डाउन हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ कई लोगों को अपनी गाड़ी चमकाने की भी चिंता रहती है। गाड़ी चमकाने के लिए घरों से लेकर वॉशिंग सेंटर्स में रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। इसके बावजूद जिम्मेदारों की ओर से कोई सुध नहीं ली जा रही है। अगर इस पर लगाम लग जाए तो छह लाख घरों और 200 से अधिक वॉशिंग सेंटर्स मिलाकर प्रतिदिन लाखों लीटर पानी बचाया जा सकता है।गाड़ी है तो रोज धोनी ही है
करीब 40 फीसदी कार मालिक ऐसे हैैं, जो रोजाना या हर दूसरे दिन अपनी कार को धुलवाना पसंद करते हैैं। पहले उन्होंने कार घर से बाहर निकाली, फिर मोटर का बटन ऑन करके पानी की तेज धार से कार को नहलाना शुरू कर दिया। देखते ही देखते 20 लीटर से अधिक अमृत समान जल रोड पर बह जाता है।वॉशिंग सेंटर्स में भी हालात खराब


राजधानी में 200 से अधिक बड़े और छोटे वॉशिंग सेंटर्स हैैं। ये लगभग सभी इलाकों में खुले हुए हैैं। औसतन टू व्हीलर वॉशिंग सेंटर में एक दिन में 50 या उससे अधिक गाड़ियां धुलती हैैं, वहीं एक कार वॉशिंग सेंटर में प्रतिदिन कारों की धुलाई का आंकड़ा 20 के आसपास है। टू व्हीलर की धुलाई में 7 से 8 लीटर पानी की बर्बादी होती है, वहीं कारों की धुलाई में इसका दोगुना या तीन गुना तक पानी वेस्ट होता है। इससे आप खुद अंदाजा लगा सकते हैैं कि वॉशिंग सेंटर्स में रोजाना लाखों लीटर पानी वेस्ट हो जाता है।कोई देखने वाला नहींनगर निगम की ओर से वॉशिंग सेंटर्स से टैक्स तो वसूला जाता है, लेकिन पानी की बर्बादी रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैैं। कई बार योजनाएं बनाई जाती हैैं, लेकिन अंत में मामला सब कागजों में ही सिमट कर रह जाता है। जिस तरह से रोजाना लाखों लीटर पानी वेस्ट हो रहा है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में पानी का संकट गहराएगा ही।इस तरह दूर होना था पेयजल संकटवार्डों में पेयजल संकट दूर करने के लिए कई बिंदुओं पर बजट की व्यवस्था की गई थी और इसको लेकर कई कदम भी उठाए गए थे।-6 करोड़ खर्च नए मोटर पंपों पर-9.5 करोड़ खर्च मिनी नलकूप पर-2 करोड़ से सबमर्सिबल रिपेयरिंग-4 करोड़ से पेयजल लाइन रिपेयरिंगये आंकड़े भी बेहद चौंकाने वाले

जल संरक्षण को लेकर काम करने वाली शुभ संस्कार समिति की महामंत्री रिद्धि किशोर गौड़ ने शहर में होने वाली पानी की बर्बादी को लेकर जो आंकड़े शेयर किए हैं, वे चौंकाने और चिंता बढ़ाने वाले हैंऐसे होती है पानी की बर्बादी1-आरओ सिस्टम-अगर किसी के घर में आरओ लगा है और आप इससे एक गिलास शुद्ध पानी निकालते हैैं तो आप अंजाने में दो गिलास पानी फिल्टरेशन की प्रक्रिया में बर्बाद कर देते हैैं। अगर आपके घर के एक सदस्य ने दिन भर में 10 गिलास पानी निकाला तो 20 गिलास पानी बर्बाद हुआ। अगर एक गिलास में 200 एमएल पानी आता है तो 20 गिलास को जोड़ें तो 4000 एमएल यानि चार लीटर पानी बर्बाद हुआ।2-फ्लशिंग सिस्टम-वर्तमान समय में ज्यादातर घरों के वॉशरूम में फ्लशिंग सिस्टम एडॉप्ट किया जा चुका है। फ्लशिंग सिस्टम एक वॉटर टैैंक से कनेक्ट होता है। जब आप फ्लश करते हैैं तो उसी टैैंक से पानी निकलता है। अमूमन इस टैैंक में 8 से 10 लीटर पानी आता है। एक बार फ्लश करने पर इतना ही पानी बर्बाद होता है, जबकि इस पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है। अगर घर में दो सदस्य हैैं तो 16 लीटर पानी की बर्बादी प्रतिदिन होती है।
3-प्री बाथ वेस्टेज-लोग नहाने जाने से पहले शेविंग, ब्रश वगैरह करते हैं। इस दौरान करीब 20 फीसदी लोग नल ऑन ही रखते हैैं, जिसकी वजह से एक से दो लीटर पानी रोज बर्बाद हो जाता है।4-शावर से बर्बादी-बहुत से लोग शावर ऑन करके नहाना बेहद पसंद करते हैं, जबकि हम यह नहीं जानते हैैं कि बाल्टी में पानी भरकर नहाने के मुकाबले शावर से नहाने में पानी अधिक बर्बाद होता है। शावर बाथ लेने वाले तीन से चार लीटर तक ज्यादा पानी की बर्बादी करते हैैं।5-बर्तन, कपड़े धोने में-बर्तन और कपड़े धोने में भी काफी पानी बर्बाद किया जाता है। जब बर्तनों या कपड़ों को नल के नीचे तेज धार में धोया जाता है तो 10 से 15 मिनट के अंदर तीन से चार लीटर तक पानी बर्बाद हो जाता है।मैैं पिछले 22 वर्षों से जल संरक्षण की दिशा में काम कर रहा हूं। इस दौरान मैैंने कई ऐसे कारणों पर काम किया है, जिनकी वजह से घरों के अंदर पानी की बर्बादी होती है। हैरानी की बात तो यह है कि पब्लिक को इसकी जानकारी भी नहीं है। एक अनुमान माने तो हर घर में 30 से 35 लीटर पानी डेली बर्बाद होता है।-रिद्धि किशोर गौड़, महामंत्री, शुभ संस्कार समिति

Posted By: Inextlive