जांच में फर्जी निकली मार्कशीट, कार्रवाई की तैयारी
12 मार्कशीट फर्जी एकेटीयू की जांच में मेरठ की
290 मार्कशीट की जांच शुरू की थी एकेटीयू ने 180 मार्कशीट की जांच एकेटीयू ने की पूरी 122 करीब मार्कशीट जांच में निकली फर्जी, कार्रवाई की तैयारी शुरू फर्जी मार्कशीट वाले स्टूडेंट्स होंगे डिबार कॉलेजों के खिलाफ एफआईआर की तैयारी Meerut। एकेटीयू ने लगातार आ रही शिकायतों के बाद बीते दिनों 290 से अधिक ऐसी मार्कशीट्स की जांच शुरू की थी, जिनके फर्जी होने का संदेह था। सूत्रों के मुताबिक अब तक करीब 62 फीसदी मार्कशीट की जांच पूरी कर ली गई है। हालांकि अभी यूनिवर्सिटी ने इस बाबत कोई भी लिस्ट साझा नहीं की है। 180 करीब मार्कशीट्स की जांच पूरीयूनिवर्सिटी ने अब 290 में करीब 180 मार्कशीट्स की जांच कंप्लीट कर ली है। इनमें 122 मार्कशीट ऐसी हैं, जो फर्जी हैं। सूत्रों की मानें तो इन मार्कशीट्स में 12 फर्जी मार्क्सशीट मेरठ के कॉलेजों की हैं। हालांकि अभी यूनिवर्सिटी ने अभी किसी मार्कशीट या कॉलेज के नाम साझा नहीं किए हैं।
यूनिवर्सिटी के नाम का सहारासूत्रों की मानें तो इन मार्कशीट्स में काफी मार्कशीट ऐसी हैं, जिनमें कुछ कॉलेजों ने यूनिवर्सिटी के नाम का सहारा लेकर फर्जी तरीके से मार्कशीट तैयार की है। वहीं कुछ मार्कशीट ऐसी हैं, जिनमें किसी दूसरे की मार्कशीट को स्कैन कराकर अपनी मार्कशीट स्टूडेंट ने खुद तैयार की है या करवाई है।
कॉलेजों पर कार्रवाई यूनिवर्सिटी का कहना है कि फर्जी मार्कशीट्स वाले स्टूडेंट को डिबार करने के साथ ही फर्जी मार्कशीट बनाने वाले कॉलेजों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी। मार्कशीट किस कॉलेज की है अभी ये क्लीयर नहीं हुआ है, इसलिए अभी किसी को दोषी नहीं कह सकते हैं। सोमेंद्र शर्मा, प्रबंधक, सहोदय डिग्री कॉलेज, मवाना रोड मेरठ हमारे यहां की कोई भी मार्कशीट फर्जी नहीं है। हमारे यहां इस तरह का फर्जीवाड़ा नहीं किया जाता है। मगर इस मामले में जिसका भी नाम सामने आए उसके खिलाप कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। आबिद, प्रिंसिपल, देवश्री इंजीनियरिंग कॉलेज, कंकरखेड़ा, मेरठ मार्कशीट को लेकर अभी कुछ क्लीयर नहीं किया गया है। कॉलेज के नाम अभी सामने नहीं आए है। सुनील सिंह, पीआरओ, रघुवर डिग्री कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, भैंसा मेरठ