एक सिपाही और 150 से अधिक जांच
150 - जांच पेंडिंग
3- सिपाही है विशेष प्रकोष्ठ कार्यालय में 1- इंस्पेक्टर की पोस्ट खाली 5- सब इंस्पेक्टर पोस्ट खाली 20 - सिपाही पोस्ट खाली 15 - साल पहले बना था विशेष जांच प्रकोष्ठ 40 - मुकदमों की हो चुकी है विवेचना पूरी - 150 से अधिक जांच पड़ी हुई है विशेष जांच प्रकोष्ठ में लंबित - सिपाहियों के पास नहीं है पुरानी जांचों का रिकॉर्ड - आई कंसर्न मेरठ : पुलिस लाइन में इंस्पेक्टर होते हुए भी एक सिपाही को विशेष जांच प्रकोष्ठ का प्रभारी बना रखा है। जिससे 150 मुकदमों की विवेचना लंबित पड़ी हुई हैं। अधिकारी जानते हुए भी इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं कर रहे हैं। जबकि वहां पर सब इंस्पेक्टर का पद भी खाली चल रहा है। यह है स्थितिएसएसपी कार्यालय के परिसर में एक कमरे में विशेष जांच प्रकोष्ठ का ऑफिस खुला हुआ है। जिसमें एससी/एसटी संबंधित लंबित पड़े मुकदमों की विवेचना की जाती है।
कोई नहीं आना चाहतापुलिसकर्मियों ने बताया कि इस विशेष जांच प्रकोष्ठ में कोई इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर समेत सिपाही अपनी पोस्टिंग नहीं कराना चाहता है। जिससे वहां पर पोस्ट खाली पड़ी हुई है। स्टाफ की कर्मी के कारण काफी जांच लंबित पड़ी हुई हैं ।
--------------------- विशेष जांच प्रकोष्ठ कार्यालय का निरीक्षण किया गया था। जिसमें काफी खामियां पाई गई हैं। वहां पर इंस्पेक्टर व दरोगा की शीघ्र ही तैनाती की जाएगी। मंजिल सैनी एसएसपी यहां पर इंस्पेक्टर की पोस्ट खाली है। मेरे पास विशेष जांच प्रकोष्ठ का प्रभार है। हरि सिंह सिपाही