तेजाब ने तोड़ी एथलीट की उम्मीद
स्टेट लेवल खेल चुकी एथलीट अब नेशनल के लिए कर रही थी तैयारी
मां बोली, हादसे के बाद भी नहीं रुकेगी मेरी बेटी Meerut। पापा को कुश्ती का शौक था। वे खेलते भी थे। उन्हें खेलते देखती तो मुझे भी मजा आता। धीरे-धीरे मैने भी इसमें हाथ आजमा लिया और आठ साल की उम्र से कुश्ती की तैयारी शुरु कर दी। स्टेट लेवल भी खेला और आगे नेशनल के लिए प्रैक्टिस कर रही थी। लेकिन अब कैसे, यह एसिड अटैक इतना गहरा है कि अब शायद आगे खेलना मुश्किल हो जाए। पापा का सपना अब कैसे पूरा कर पांऊगी। टूट रहीं उम्मीदेंएसिड अटैक की शिकार बेटी अपने पापा के सपने को पूरा करने के लिए कुश्ती सीख रही थी, लेकिन बुधवार को हुए हादसे ने उसकी उम्मीदें तोड़ दी है। बुधवार को भी रोजाना की ही तरह वह अपनी दोस्त के साथ लालकुर्ती पैठ एरिया की तरफ से स्टेडियम जा रही थी। तभी बाइक पर उन्हें आरोपी सोनी दिखाई दी। जब मैं उनके पास पहुंची तो मैंने सोनी को बोतल निकालते देख लिया और तुरंत ही पीछे मुड़ गई। सारा तेजाब मेरी कमर पर गिरा। सुबह के समय रास्ता सुनसान था। शायद कोई चौकीदार था उन्हें मेरी हालत देखी तो तुरंत पुलिस को बुलाया।
भावनपुर में छेड़खानी से आहत युवती ने आग लगाकर की आत्महत्या 8 जनवरी, 2018 इंस्पेक्टर की बेटी की सोशल मीडिया पर अपडेट की अश्लील फोटो 10 जनवरी, 2018 रोहटा निवासी एक युवती को घर से उठाने का किया प्रयास, हंगामा हुआ 19 जनवरी, 2018 यूनिवर्सिटी में छात्रा के साथ छेड़खानी, पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा 20 जनवरी, 2018 भोला रोड गली नंबर चार निवासी एक अधिवक्ता दंपत्ति की बेटी के साथ छेड़खानी की शिकायत। 23 जनवरी, 2018 पल्हैड़ा गांव की एक युवती ने छेड़खानी से तंग आकर एसएसपी ऑफिस पर किया आत्मदाह का प्रयास 31 जनवरी, 2018 विवि की महिला प्रोफेसर को कैंपस में पढ़ने वाले एक युवक ने धमकी भरा पत्र दिया था। पुलिस ने आरोपी युवक क ो पकड़ लिया। इन नंबरों पर करें शिकायत यूपी डायल 100 9454400297 - एसएसपी 9454401099 - एसपी सिटी 9454403986 - महिला थाना 1098 - चाइल्ड हेल्पलाइन 1091 - महिला हेल्पलाइन100 मीटर चौकी
लालकुर्ती में घटनास्थल से महज 100 मीटर की दूरी पर ही पुलिस चौकी है। पुलिस चौकी पर सिपाही भी मौजूद था। इसके बाद भी आरोपी दोनो युवतियों पर तेजाब उड़ेलकर फरार हो गए। एसिड अटैक की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने कानून बना दिया है। लेकिन चंद मुनाफे के लिए लोग तेजाब बेचते हैं और पुलिस देखती भी रहती है। अंजना बहुत की शर्मनाक घटना हैं। लड़कियां सेफ नहीं हैं। पुलिस भी मौके पर कुछ नहीं कर पाई। स्थिति ऐसी ही रही तो लड़कियां कैसे आगे बढ पाएंगी। रुचिका लड़कियों के साथ इस तरह की घटना बेहद आम होती जा रही है। हैरानी की बात यह है कि लड़कियां भी अब लड़कियों की दुश्मन हो चली हैं। ओशीन बेखौफ हो रही एसिड की बिक्री शहर में तेजाब बिक्री के नियम हो गए बेमानी दुकानों में आसानी मिल जाता है तेजाब, बढ़ रहे एसिड अटैक के मामले शहर में एसिड अटैक की तमाम घटनाओं के बाद भी दुकानों पर मानकों के विरुद्ध तेजाब की बिक्री हो रही हैं। प्रशासन के दावों के बावजूद भी आसानी से तेजाब उपलब्ध हो जाता है। सारे मानक बेमानीहालत यह है कि शहर में नियमों को ताक पर रखकर तारापुरी, माधवपुरम, ब्रह्मापुरी, कोटला, घंटाघर, सदर बाजार आदि स्थानों पर तेजाब की बिक्री होती है। माधवपुरम, साईपुरम, देवलोक कॉलोनी, परतापुर आदि स्थानों पर तेजाब बनाने की फैक्ट्री भी हैं। बावजूद इसके, प्रशासन की ओर से ऐसे विक्रेताओं पर का कोई रिकार्ड दर्ज नहीं हाेता है।
ये होने चाहिए मानक एसिड विक्रेता का वाणिज्य कर विभाग में रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों को तेजाब की बिक्री न की जाए। दुकान में तेजाब स्टॉक का रिकार्ड होना चाहिए। जो व्यक्ति एसिड खरीदकर ले जा रहा है उसकी डिटेल भी दुकानदार को रखनी चाहिए। हर हफ्ते तेजाब की बिक्री के स्टॉक का रिकार्ड प्रशासन में जमा कराना चाहिए। हर महीने तेजाब बेचने वाले दुकानदारों की चेकिंग कराई जाती है। उनका स्टॉक रजिस्टर भी चेक किया जाता है। मुकेश चंद, एडीएम सिटी एसिड अटैक की घटनाएं 12 जनवरी, 2016 टीपी नगर शिवपुरम में राजेश ने अपने चार बच्चों समेत पत्नी पर तेजाब उड़ेला था, जिसके बाद से वह फरार है। आज भी बच्चों का उपचार चल रहा है। 12 अप्रैल, 2016लिसाड़ी गेट में एक युवक ने शादी न करने पर एक युवती पर तेजाब उड़ेल दिया था। उसका भी चेहरा झुलस गया था। लिसाड़ी गेट में मामला दर्ज किया गया था।
24 मार्च, 2017 ब्रह्मापुरी निवासी राहुल ने अपने पड़ोस की एक युवती पर तेजाब उड़ेल दिया था। जिससे युवती का चेहरा झुलस गया था। शोहदों पर शिकंजा कसने में नाकाम पुलिस एंटी रोमियो स्क्वायड व एंजिल पुलिस भी नहीं हो रही कारगर डीजीपी के आदेशों के बावजूद भी मनचलों नहीं कसी नकेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ ग्रहण करते ही छेड़खानी पर लगाम कसने के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया था। हर थाने से एक दरोगा व पांच सिपाहियों की टीम बनाकर एंटी स्क्वॉयड टीम का गठन किया था। बावजूद इसके, शहर में छेड़खानी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। डीजीपी के आदेश भी बेमानी गौरतलब है कि डीजीपी ओपी सिंह ने मेरठ आकर गत् 10 फरवरी को मेरठ में एंजिल पुलिस स्क्वायड का गठन किया था। इसके बाद भी शहर में छेड़खानी के मामले रुक नहीं रहे हैं। जो पुलिस व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। नहीं थमे छेड़खानी के मामले 6 जनवरी, 2018