बायोपिक देखकर जागी बॉक्सर बनने की चाहत
- 15 वर्ष के इशमीत सिंह ने एक हफ्ते में जीते बॉक्सिंग में दो मेडल
- स्टेट सब जूनियर के लिए फरवरी में होगा ट्रायल Meerut : ऐसे कई प्लेयर्स मिल जाएंगे जिन्होंने शुरुआती दौर में किसी एक खेल को अपनाया और सक्सेस और फेम पाया दूसरे गेम में। ऐसा ही एक नाम और सामने आया है। ईशमीत सिंह का। स्कूल टीम और डिस्ट्रिक्ट में सब जूनियर बास्केट बॉल टीम में बेहतरीन खिलाड़ी होने के बाद बॉक्सिंग को चुना। आज वो उस मुकाम में पहुंच गए हैं कि आने वाले दिनों में यूपी स्टेट टीम का हिस्सा हो सकते हैं। बॉक्सर बनने की चाहत भी कुछ अजीब है। बास्केटबॉल के दीवाने ईशमीत में वर्ल्ड फेम बॉक्सर्स की बायोपिक फिल्म देखकर बॉक्सर बनने की चाहत जागी। ऐसे शुरू हुआ सफरईशमीत बताते हैं कि बॉक्सर बनने के बारे में उन्होंने अपने फादर गुरविंदर सिंह बात की। उन्होंने अपने बेटे की इच्छा को मरने नहीं दिया। फिर वो अपने दोस्त और कोच कुलदीप कुमार के पास लेकर गए। जहां उन्होंने उसे बेसिक पर काम करना सिखाया। बॉक्सर बनने की राह पर लगा दिया। कोच कुलदीप की मानें तो ईशमीत का फिजिक और स्टेमिना बास्केटबॉल खेलने के कारण पहले से ही काफी अच्छा था।
कम समय की उपलब्धियां
नाइंथ स्टैंडर्ड में पढ़ने वाले ईशमीत पिछले दो महीने में सिर्फ दो ही टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। लेकिन उनकी अच्छे और फ्यूचर बॉक्सर होने की चर्चा अभी से शुरू हो गई है। ईशमीत ने बताया कि 27 से 31 दिसंबर 2015 के बीच में गाजियाबाद में मेरठ रिजनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप फॉर जूनियर एंड सब जूनियर ब्वॉयज हुई थी। जिसमें सिल्वर मेडल जीता था। उसके बाद उन्होंने बागपत में आयोजित हुए इंटर क्लब बॉक्सिंग चैंपियनशिप सब जूनियर 70 केजी में पार्टिसिपेट किया था। 3 जनवरी 2016 में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था। स्टेट की है तैयारी अब ईशमीत स्टेट लेवल की तैयारी शुरू कर रही है। शासन की ओर से सभी स्पोर्ट्स को लेकर एक टैलेंट सर्च कॉम्पटीशन शुरू होने जा है। जिसकी ईशमीत ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। अगर टैलेंट सर्च में ईशमीत का सेलेक्शन हो जाता है तो स्टेट में मौका मिलने में उन्हें ज्यादा देर नहीं लगेगी। पिता गुरविंदर का कहना है जितना बेहतर ईशमीत स्पोर्ट्स में हैं उतना ही पढ़ाई में भी है। उसने कभी पढ़ाई के एंड में शिकायत का मौका नहीं दिया।सरकार निखारेगी खिलाडि़यों का हुनर
Meerut : प्रदेश के होनहार खिलाडि़यों का टैलेंट सरकार निखारेगी। वह ट्रायल के माध्यम से प्रदेशभर में से प्रतिभावान खिलाडि़यों को चुनेगी। इसके बाद उन्हें बेहतर सुविधाएं मुहैया कराएगी, ताकि कॉम्पिटीशन में खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकें और प्रदेश का नाम रोशन हो।
16 कॉम्पिटीशन का होगा ट्रायलआवासीय क्रीड़ा छात्रावासों में प्रवेश के लिए जिला, मंडल और राज्य स्तर पर खिलाडि़यों का चयन होगा। इनमें चयनित होने वाले खिलाडि़यों के टैलेंट को संवारने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी। वह इनकी कोचिंग, खाने- पीने और रहने सबका का खर्चा उठाएगी। आरएसओ एके पांडे ने बताया जिम्नास्टिक के 12 वर्षीय बालक वर्ग का ट्रायल 2 फरवरी और बालिकाओं का 5 फरवरी को आगरा में होगा। तैराकी और हॉकी का लखनऊ व कुश्ती का वाराणसी में ट्रॉयल होगा। वालीबॉल में 15 वर्षीय बालक वर्ग का ट्रायल फैजाबाद में 2 फरवरी को होगा। बालिका 5 फरवरी को अपना टैलेंट दिखाएंगी। फुटबॉल प्लेयर्स बरेली, बॉक्सिंग प्लेयर्स मेरठ, जूडो प्लेयर्स सहारनपुर और एथलेक्टिस के प्लेयर्स का चयन तीन फरवरी को इलाहाबाद में होगा। बालिकाएं 5 फरवरी को ट्रायल देंगी। बैडमिंटन का आगरा में और टेबिल टेनिस का अमेठी ट्रायल 3 फरवरी को होगा। हैंडबॉल का अमेठी, क्रिकेट और कबड्डी सैफई में, बास्केटबॉल का गोरखपुर और तीरंदाजी का सोनभद्र में ट्रायल 4 फरवरी को होगा। वहीं बालिकाएं पांच फरवरी को अपना टैलेंट दिखाएंगे। आरएसओ मुद्रिका पाठक ने बताया इच्छुक खिलाड़ी 1 फरवरी तक स्टेडियम से फार्म खरीदकर जमा कर सकते हैं।