कम्यूनिकेशन गैप ही सबसे बड़ा कारण
- आज के समय में लोग अपनी मैरिज लाइफ से दूर होते जा रहे हैं
- अति महत्वाकांक्षा भी बन रही पारिवारिक टकराव का कारण Meerut: शास्त्रीनगर सेक्टर छह में कारोबारी योगेश वर्मा पत्नी बरखा और बेटी आन्या की लाशें बुधवार को फ्लैट में मिली थीं। उसके बाद से पूरे शहर में सिर्फ एक ही चर्चा है कि कारोबारी और उनके परिवार को किसने मारा या आत्महत्या की है। आखिर कुछ लोग आत्महत्या जैसी बड़ी वारदात तक कैसे पहुंच जाते हैं। कुछ मनोचिकित्सक फैमिली से दूरी और आपस में समय न देने का मुख्य कारण मान रहे हैं। आउट साइडर का इंवॉल्वमेंटमनोचिकित्सकों का मानना है कि आजकल फैमिली में एक दूसरे से दूरी का कारण आउटसाइडर भी है। किसी आउटसाइडर का जब फैमिली में इन्वॉल्वमेंट होने लगता है तो उसके चलते आपसी दरारें बढ़ती हैं। जिससे सदस्य एक दूसरे से बात छुपाने लगते हैं। इसके साथ ही सोशल साइट फ्रेंड को ज्यादा अहमियत देना भी एक कारण है, क्योंकि कई बार हम सोशल मीडिया फ्रेंड्स को ज्यादा मानने लगते हैं। जिसके चलते अपनों से दूरियां होने लगती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्टअक्सर आउटसाइडर का इन्वॉल्वमेंट जहां होता है। ऐसे में आपस में सदस्यों में कम्यूनिकेशन गैप होने लगता है और यही आगे चलकर बड़ा रूप लेने लगता है।
डॉ। पूनम देवदत्त, मनोचिकित्सक कई बार मैरिज लाइफ में ऐसा होता है कि हसबैंड व वाइफ की सोच व लक्ष्य में अंतर होता है। ऐसे में दोनों की सोच न मिल पाने की वजह से आपस में एक दूसरे से बातें छुपाते हैं। डॉ। रवि राणा, वरिष्ठ मनोचिकित्सक मन में नकारात्मकता भाव ही आत्महत्या जैसी प्रवृति को जन्म देता है। क्लेश एक समय बाद व्यक्ति को धीेरे-धीरे सुसाइड जैसी बाते सोचने पर मजबूर करता है। यदि उस वक्त उसके जीवन में कुछ बदलाव आ जाए, तो संबंधित व्यक्ति का मन बदल सकता है। डॉ। अनीता मोरल, मनोचिकित्सक ----