आचार संहिता ताक पर
-चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के 35 मामले
- मेरठ दक्षिण और सरधना में दर्ज हुए सर्वाधिक 14 मामले - मेरठ शहर और किठौर में दर्ज हुए सिर्फ 4 मामले - लाइसेंसी हथियार भी नहीं जमा करा सका प्रशासन आई एक्सक्लूसिव मेरठ: मेरठ में 4 जनवरी को आचार संहिता लागू होने के बाद से उल्लंघन की घटनाएं होती रही हैं। कठघरे में वे लोग हैं, जिनके कंधों पर कानून बनाने और उसे लागू करने का जिम्मा है। जिसमें भाजपा के फायर ब्रांड नेता समेत सपा के कबीना मंत्री और बसपा नेता भी शामिल हैं। 4 जनवरी को लागू हुई थी11 फरवरी विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में मेरठ समेत वेस्ट यूपी के 15 जिलों की 73 सीटों पर चुनाव संपन्न कराया गया। मतदान के मद्देनजर 4 जनवरी को मेरठ में आदर्श आचार संहिता प्रभावी तौर पर लागू हो गई साथ ही 144 को भी तामील करा दिया गया। क्राइम कैपिटल मेरठ में क्राइम की विभिन्न घटनाओं के साथ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले प्रकाश में आए। आचार संहिता उल्लंघन का प्रथम केस 6 जनवरी को थाना जानी में दर्ज किया गया। अवधि समाप्त होने के बाद चुनाव प्रचार करने के आरोपी 2 प्रत्याशियों के खिलाफ 9 फरवरी को मुकदमा दर्ज कराया गया था।
ये रही कार्रवाई - 6,540 लीटर अवैध शराब पकड़ी -1,75,100 रुपये शमन शुल्क वसूला -57 लोगों से अवैध नकदी पकड़ी -62 को एनबीडब्ल्यू में जेल भेजा -75 एनबीडब्ल्यू के मामले तामील हुए -57 के खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई की गई -8 लोगों को जिला बदर किया गया। -248 अमन-चैन को तोड़ने के केस दर्ज हुए। -153 अवैध हथियार जब्त किए गए। -259 जिंदा कारतूस बरामद हुए -2 अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रियां पकड़ीं। -27,880 आरोपियों को विभिन्न धाराओं में पाबंद किया गया। - 2105 के खिलाफ चालानी रिपोर्ट की कार्रवाई की गई। - 32,277 विभिन्न आरोपों में सजायाफ्ता, वांछित लोगों को पुलिस ने ख्रंगाला - 150 आरोपियों को इस अवधि गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। --- आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के ज्यादातर मामले जमानती होते हैं। ऐसी स्थिति में आरोपी थाने से ही जमानत ले लेते हैं। जांच के बाद कार्रवाई के आदेश हैं। -कृष्ण पहल, अधिवक्ता फौजदारी --- सभी मुकदमों की जांच के आदेश थाना पुलिस को दिए गए हैं। जमानती अपराधों में आरोपी को थाने से जमानत दी जा रही है, अन्य में आरोप पुष्ट होने के बाद कार्रवाई होगी।-जे। रविंद्र गौड़, एसएसपी, मेरठ
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आचार संहिता उल्लंघन के मामले मेरठ शहर 2 मेरठ कैंट 6 मेरठ दक्षिण 7 सरधना 7 किठौर 2 सिवालखास 6 हस्तिनापुर 5 ---------- जमा नहीं हुए 3001 हथियार मेरठ जनपद में कुल 17,690 शस्त्र लाइसेंस हैं। आचार संहिता के प्रभावी होने के बाद से ही पुलिस ने शस्त्र लाइसेंस को थानों एवं दुकानों में जमा कराने को लेकर दबाव बनाया। 14,689 लाइसेंसी शस्त्रों को जमा कराया गया, जबकि कमेटी की सिफारिश के बाद शेष लाइसेंस को 'एग्जम्प्ट' रखा गया।