Meerut : यूथ के लिए इस जीवन का मकसद क्या है? केवल पैसा कमाना या कुछ और. तिब्बत के सर्वोच्च धार्मिक गुरु दलाई लामा अपने बिजी शेड्यूल से समय निकाल कर मेरठ पहुंचे.


उन्होंने आज के हालात को देखते हुए युवाओं का मार्गदर्शन किया। वेल्यूज का पाठ पढ़ाया। कई रास्ते बताए, जिस पर चलकर जीवन में आने वाले भटकाव से बचा जा सकता है। कौन से हैं वो मंत्रपैसे से नहीं मिलता peace of mindपैसे की अंधी दौड़ में भागने से बेहतर है कि पीस ऑफ माइंड की तलाश की जाए। बच्चों में मोरल वेल्यूज डेवलप की जाए। इनर क्वालिटीज पर ध्यान दिया जाए। आईआईएमटी कालेज पहुंचे धर्म गुरु दलाई लामा ने बेटर लाइफ के लिए इस तरह के कई टिप्स दिए। स्टूडेंट्स को दिए भाषण का जो निचोड़ था वो हम रीडर्स के सामने रख रहे हैं।Moral education आज की डेट में सबसे ज्यादा कमी मोरल वेल्यूज की ही है। बच्चों को मोरल एजूकेशन की बेहद जरूरत है। स्कूल और घर दोनों का ही फर्ज है कि बच्चों में मोरल वेल्यूज प्रमोट किया जाए।Inner quality


किसी भी इंसान को इनर क्वालिटी ही बेहतर बनाती है। सभी के उनके भीतर यानी इनर क्वालिटी को मेंटेन करना बेहद अहम है। युवा इनर क्वालिटी में लेक कर रहे हैं। इस पर सभी को ध्यान देना होगा।Peace of mind

पैसा तो लोगों ने कमा लिया। लेकिन करोड़ों अरबों कमाने के बाद भी जो नहीं मिल रहा वो है पीस ऑफ माइंड। कुछ समय अपने लिए निकालें। ध्यान करें और पैसे की अंधी दौड़ में भागने से बेहतर है कि पीस ऑफ माइंड की तलाश की जाए।Awarenessयूथ का फर्ज बनता है कि खुद तो पढ़े ही, साथ ही दूसरे लोगों को भी समाज के  बाकी हिस्सों में हो रही घटनाओं और उनके कारणों के बारे में जागरूक करें।Healthy body & mindस्वस्थ शरीर ही काम आता है। हेल्थ अच्छी है तो सब कुछ अच्छा लगता है। इस पर खास ध्यान देने की जरूरत है। युवाओं की तबियत खान पान के कारण बिगड़ रही है। Analytical powerयूथ को चाहिए कि हर काम करने से पहले उसे एनालाइज करे। देखे, समझे कि किसी भी कदम के दूरगामी परिणाम क्या हो सकते हैं। ध्यान करें और अपने दिमाग को इतना शार्प कर लें कि एनालेटिकल पावर तमाम सीमाओं को तोड़ दे, जिससे कभी कोई गलत फैसला ना लिया जाए।Non violenceसभी के साथ प्यार से मिलकर चलें और हिंसा से दूर रहें। रिलिजियस हारमनी बनाए रखें। कल्चरल वेल्यूज का रिगार्ड करें। कभी भी किसी को भी टेकन फॉर ग्रांटेंड ना लें।

Promote religion


भारत में दुनिया के तमाम धर्मों के लोग एक साथ मिल कर रहते हैं। ये एक मिसाल है। हमें अपने धर्म को प्रमोट करना चाहिए। ताकि लोगों को अपने धर्म के बारे में पता चले। बिना धर्म के हम ऐसे ही हैं जैसे बिना जड़ के कोई पेड़।Don‘t forgot your values21वीं सदी में लोगों ने तरक्की तो बहुत कर ली है। लेकिन वो अपनी वेल्यूज को भूलते जा रहे हैं। आप भले ही चांद पर पहुंच जाएं, अपनी कस्टम और वेल्यूज को कभी ना त्यागे। वेल्यूज ही है, जो इनसान को अच्छा या बुरा बनाती हैं।Have patience किसी भी काम के लिए धैर्य की जरूरत होती है। पहाड़ एक दिन में नहीं चढ़ा जाता। चाहे कितनी भी बड़ी जंग हो धीरे धीरे जीती जाती है। इसलिए जोश में आकर होश ना खोएं। बुरा वक्त हमेशा नहीं रहता। खुद भी और दूसरों को भी यही सिखाएं, हेव पैशंस।दलाई लामा के हाथों मिली स्कॉलरशिप
आईआईएमटी कॉलेज के कार्यक्रम में आए दलाई लामा ने स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप भी वितरित की। कॉलेज के चैयरमेन योगेश मोहन गुप्ता ने दलाई लामा को जीवित भगवान की संज्ञा दी। दलाई लामा के साथ भारत तिब्बत शांति समिति के अध्यक्ष कुलभूषण बक्शी भी मौजूद थे। उन्होंने स्टूडेंट्स को दलाई लामा का परिचय दिया। दलाई लामा ने कॉलेज के प्रतिभाशाली छात्रों को स्कॉलरशिप भी दी। अभिनंदा गौतम, अमित बंसल, अर्चना शर्मा, सतीश गुप्ता, मानव शर्मा आदि का सहयोग रहा।

Posted By: Inextlive