हरियाणा-पंजाब में हिंसा से बिगड़ा कारोबार
-50 प्रतिशत माल पंजाब से सप्लाई होता है गारमेंट का
- 60 प्रतिशत दवाओं की सप्लाई होती है सोलन और हरियाणा से - 5 करोड़ से अधिक का नुकसान हो रहा है दवा कारोबार में मेरठ। हरियाणा-पंजाब में हिंसा के चलते मेरठ के कारोबार का भी गणित बिगड़ गया। मेरठ से रोजाना पंजाब व हरियाणा में इंपोर्ट व एक्सपोर्ट होने वाले सामान की आवाजाही थम गई। ऐसे में दैनिक खाद्य पदार्थ, फल व सब्जियों के बाजार पर अधिक फर्क पड़ा है। स्पोर्ट्स व गारमेंट प्रभावितमेरठ से पंजाब व हरियाणा में जाने वाले स्पोर्ट्स गुड्स और वहां से आने वाले कपड़ों का व्यापार बीते गुरुवार से ही प्रभावित होना शुरु हो गया था। हिंसा की आशंका के चलते गुरुवार शाम को ही पंजाब व हरियाणा के लिए मेरठ से माल रवाना नहीं किया गया था। मेरठ के गारमेंट कारोबार का 50 प्रतिशत माल पंजाब से सप्लाई होता है।
दवा कारोबार में करोड़ों की चपतदवा बाजार में भी पंजाब व हरियाणा की सप्लाई गुरुवार से ही प्रभावित हो गई थी। शुक्रवार सुबह से पंजाब व हरियाणा से आने वाली आपूर्ति रुक गई। पंजाब के चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के सोलन और हरियाणा से मेरठ समेत आसपास के जिलों में करीब 60 प्रतिशत दवाओं की सप्लाई होती है। ऐसे में रूट रुकने से प्रतिदिन 5 करोड़ से अधिक का नुकसान हो रहा है।
सब्जी मंडी में रुकी आवाजाही पंजाब से आने वाले गेहूं और चावल गुरुवार से ही प्रभावित होना शुरु हो गया। वहीं हरियाणा व हिमाचल से आने वाली अधिकतर सब्जियों का स्टॉक भी शुक्रवार को मेरठ नही पहुंचा ऐसे में अंदेशा है कि यदि दो या तीन में रुट बहाल नही हुआ तो सब्जियों और फलों के दाम में इजाफा हो सकता है। वर्जन- पंजाब में सप्लाई होने वाली दवाओं का आर्डर गुरुवार को ही कैंसिल कर दिया गया। ट्रांसपोर्टर माल ले जाने से इंकार कर रहे हैं - अंकित ढींगरा, होल सेलर स्पोटर्स गुड्स की पंजाब और हरियाणा में काफी अधिक सप्लाई होती है। यहां तक ही हिमाचल, जम्मू, ग्रुजरात जाने वाला माल भी हरियाणा होकर जाता है। इसलिए कारोबार प्रभावित है। - विपिन मनोठिया, स्पोटर्स कारोबारी हिमाचल से आने वाली अधिकतर सब्जियां हरियाणा के रास्ते आता है। इसलिए सब्जियों की आवाजाही प्रभावित हो चुकी है। - नरेश प्रधान, सब्जी मंडी अध्यक्ष