मोहिद्दीनपुर में सांप्रदायिक बवाल
- कब्रिस्तान में शव दफनाने के विरोध में दो संप्रदाय आ गए आमने-सामने
- पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गुस्साएं दोनों पक्षों के लोगों को कराया शांत Meerut: सिटी में सांप्रदायिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। छोटी-छोटी बातों पर लोग एक दूसरे की जान के दुश्मन बन जाते हैं। रविवार को परतापुर थाना एरिया के मोहिउद्दीनपुर में दो संप्रदाय के लोग आमने-सामने आ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों को शांत करने की कोशिश की। लोगों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से धक्कामुक्की तक कर दी। शव दफनाने पर बवालमोहिउद्दीनपुर के रहने वाले 70 वर्षीय नसीम की मौत हो गई थी। परिजन और रिश्तेदार नसीम को दफनाने के लिए एक एक खाली भूमि पर गए। यहां दूसरे पक्ष के लोगों ने शव को दफनाने का विरोध किया। जिसको लेकर दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। सूचना पर एसपी सिटी ओमप्रकाश ओमप्रकाश, सीओ विजय प्रताप और एसओ परतापुर सुरेंद्र नाथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने गुस्साएं लोगों को शांत कराने की कोशिश की। इस दौरान एसपी सिटी, सीओ और एसडीएम को लोगों की धक्कामुक्की का सामना करना पड़ा।
यूरिया कंपनी के सामने है जमीनएसओ परतापुर सुरेंद्र नाथ ने बताया कि मोहउद्दीनपुर में यूरिया की एक कंपनी है। जिसके सामने काफी जगह खाली पड़ी है। जो ग्राम पंचायत ने काफी वर्ष पूर्व शमशान घाट के रुप में एलाट कर दी थी। अब इसी स्थान पर मुस्लिम समाज के लोगों ने शव भी दफनाने शुरु कर दिए। जिसका विरोध शमशान घाट की समिति ने किया। उन्होंने कहा कि इस स्थान पर शव दफनाने नहीं दिए जाएंगे। हालांकि बाद में दोनों पक्षों की सहमति के बाद नसीम को दफना दिया। जिसके बाद ही मामला शांत हुआ।
न पथराव हुआ न फायरिंग मोहउद्दीनपुर में दोनों संप्रदाय के लोगों ने काफी बड़ा बवाल खड़ा कर दिया। पुलिस को काफी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। लेकिन हकीकत रही कि न तो किसी संप्रदाय की ओर से पथराव हुआ न ही फायरिंग हुई। पथराव और फायरिंग न होने से पुलिस ने इस मामले को शांत करा लिया। इन्होंने कहा शव को दफनाने के लिए एक संप्रदाय के लोग गए थे। जिसका दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध किया। जिस पर दोनों संप्रदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे। लोगों को समझाकर मामला शांत करा दिया गया है। अब सब शांति है, किसी प्रकार का कोई विवाद अब नहीं है। ओमप्रकाश एसपी सिटी