बस अड्डे की सुरक्षा को रेड सिग्नल
- यात्रियों समेत कांवडि़यों की संख्या बढ़ते ही सिक्योरिटी लचर
- सिक्योरिटी से ज्यादा यातायात संभालने में जुटी पुलिस Meerut। लखनऊ विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद भी स्थानीय स्तर पर शहर पुलिस ने कोई सबक नहीं लिया है। इसी का नतीजा है कि कांवड़ मेले में शहर के बस अड्डों पर हजारों की संख्या में यात्रियों के साथ कांवडि़यों का हुजूम है लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए इंतजामात शून्य हैं। बिना रोकटोक एंट्री बस अड्डे पर आम दिनों की तरह कांवड़ मेले के दौरान भी सबकी बिना रोकटोक एंट्री हो रही है। ना तो बस अड्डे में आने वाले यात्रियों की चेकिंग के लिए मेटल डिटेक्टर हैं और ना ही चौकी पुलिस किसी संदिग्ध से पूछताछ कर रही है। हो रही लापरवाहीबस अड्डे पर रोजाना हजारों की संख्या में यात्रियों की आवाजाही होती है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को और दुरुस्त करने के बजाए पुलिसकर्मी लापरवाह हो गए हैं। लांग रुट पर चलने वाली बसों में चेकिंग तो दूर प्लेटफार्म पर रखे समान तक की चेकिंग नही की जा रही है।
शोपीस बने सीसीटीवीबस अड्डे पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी शोपीस हैं। कैमरों से बस अड्डे में आने जाने वालों की रिकार्डिग तो दूर उनके डिस्प्ले के लिए मॉनीटर तक उपलब्ध नही है। रविवार को सुपरवाइजर रुम में लगा डिसप्ले टीवी भी बंद रहा। ऐसे में आने जाने वालों पर निगरानी शून्य है।
ट्रेनी पुलिसकर्मी तैनात फिलहाल, कांवड़ मेले के दौरान बस डिपो के बाहर जाम की व्यवस्था को संभालने के लिए पुलिस लाइन की महिला ट्रेनी पुलिसकर्मियों की डयूटी है। उनका डिपो परिसर में दखल नही है। महिला पुलिसकर्मी केवल डिपो में आराम करने के लिए आती हैं। इसके अलावा डिपो चौकी प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मियों की डयूटी रहती है लेकिन भीड़ के चलते पूरा स्टॉफ ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में है। फैक्ट्स फाइल - निगरानी के लिए प्लेटफार्म पर तीन सीसीटीवी कैमरे - डिपो पर कांवड़ मेले के दौरान यात्रियों की संख्या लगभग 80 से 85 हजार - डिपो की बसों की संख्या 582 लगभग - बाहरी बसों की रोजाना आवाजाही दो हजार के लगभग - पुलिस व्यवस्था में डिपो चौकी प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मी बस डिपो पर सुरक्षा व चेकिंग की जिम्मेदारी थाना पुलिस की है। डिपो प्रबंधन अपने स्तर पर निगरानी करता है। फिलहाल भीड़ और जाम के चलते व्यवस्था बनाने में कुछ दिक्कतें आ रही है जिन्हे सही करने का प्रयास किया जा रहा है।- परवेज बशीर, एआरएम रोडवेज