सीबीएसई बदलेगा बुलेटिन के विषय
- महिलाओं की सुरक्षा पर किया जाएगा अलर्ट
- आलेखों में शामिल किए जाएंगे नौ नए मुद्दों Meerut आज राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा गर्म होने लगा है। देशभर में हर रोज महिलाओं के साथ दुष्कर्म व अत्याचार के मामले आने लगे हैं। इसको देखते हुए सीबीएसई ने त्रैमासिक बुलेटिन सेनबोसेक के माध्यम से जागरूक किया है। सीबीएसई ने पहली बार इस बुलेटिन में जेंडर सेंसेटाइजेशन को शामिल किया है। सेनबोसेक का जुलाई-सितंबर अंक संस्कार इंप्लेमेंटिंग इनोवेशन की थीम पर होगा। सीबीएसई ने देश के सभी संबद्ध स्कूलों को सर्कुलर जारी कर इस अंक के लिए आलेख भेजने को भी कहा है। भेजने होंगे आलेखसीबीएसई की अकादमिक, अनुसंधान व प्रशिक्षण निदेशक ने सर्कुलर कहा है कि बोर्ड पहली बार जेंडर सेंसेटाइजेशन के मुद्दे को शामिल किया है। शेष आठ मुद्दों के साथ ही इस मुद्दे पर भी सभी प्रिंसीपल शिक्षक व स्वास्थ्य संबंधि शिक्षण व जागरुकता के लिए कार्य कर रहे प्रशिक्षक पीयर एजुकेटर्स अपने आलेख की मेल व उसकी एक प्रति सीबीएसई की शिक्षा अधिकारी के नाम शिक्षा सदन, पते पर भेज सकते हैं।
प्रकाशित होंगे नौ आलेखसीबीएसई की इस बुलेटिन में नौ मुद्दों के आलेख प्रकाशित करेगा। आलेख लिखने वालों के लिए सर्कुलर में निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अनुसार बुलेटिन के संपादकीय बोर्ड का कहना है कि आलेखों की शैली जिम्मेदाराना हो, जानकारी देना हो, जागरूक करने वाली हो, संदेश पूरी तरह पाठक तक पहुंचे। ऐसी कोशिश रहे और नए अकादमिक अनुसंधानों को लेकर राय भी शामिल करें। सर्कुलर में बोड ने ये भी निर्देश दिए हैं कि आलेख ए-ब् साइज के पेपर पर कंप्यूटर से अंकित हो और तीन पेज से बड़ा न हो। साथ ही मेल पर आलेख भेजने के साथ ही उसकी एक प्रति शिक्षा अधिकारी को भी भेजा जाए।
ये होगा कंटेंट - रीडर्स फोरम प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर फीडबैक - इवेंट्स अपडेट आगामी कार्यक्रमों की जानकारी - इको क्ल्ब ग्रीन पेज - सहोदय गतिविधियां -हेल्थ एंड वेलनेस क्लब, किशोर शिक्षा कार्यक्रम जीवन शैली -बेस्ट प्रैक्टिल नई गतिविधियां जो लागू की गई हो। - जेंडर सेंसेटाइजेशन - स्कूलों में आयोजित अन्य गतिविधियां। सीबीएसई हरदम कुछ नया करता है, सीबीएसई का हमेशा से प्रयास रहा है एजुकेशन को बेहतर बनाने के साथ ही नॉलेजेबल भी बनाना। -डॉ। पूनम देवदत्त सीबीएसई काउंसलर