यूनिवर्सिटी अफसरों ने की बड़ी साजिश
एसटीएफ को उत्तर पुस्तिका कक्ष में मिला सिर्फ एक साल का रिकार्ड, बाकी रिकार्ड नष्ट करने पर उठ रहे सवाल
एक हफ्ते की सीडीआर को कब्जे में लिया रजिस्ट्रार के सामने कई कर्मचारियों से की पूछताछ आठ संविदा कर्मचारियों की समाप्त की गईं सेवाएं यूनिवर्सिटी कर्मचारी सलेख चंद को निलंबित किया Meerut। एमबीबीएस की उत्तर पुस्तिका बदलने के मामले में सोमवार को बड़ा खुलासा हुआ। सुबह दस बजे एसटीएफ ने रजिस्ट्रार के सामने उत्तर पुस्तिका कक्ष को खुलवाया तो पता लगा कि वहां पर सिर्फ एक साल का रिकार्ड उपलब्ध है। बाकी रिकार्ड नष्ट किया जा चुका है। एसटीएफ ने उपलब्ध रिकार्ड तथा सीसीटीवी कैमरों की एक हफ्ते की फुटेज अपने कब्जे में ली। मौके पर पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है। एसटीएफ के मुताबिक इस मामले में कई और नाम भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।गायब किया गया रिकार्ड
एसटीएफ का कहना है कि छापा पड़ने से पहले ही वहां का एमबीबीएस का पिछले सालों का रिकार्ड गायब कर दिया गया है। वहां पर सिर्फ एक ही साल का रिकार्ड मिला है, जो की पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। पिछले सालों का रिकार्ड नष्ट कर दिया गया है। सीओ ब्रिजेश कुमार का कहना है कि उत्तर पुस्तिका में एमबीबीएस की उत्तर पुस्तिका का एक ही साल का रिकार्ड उपलब्ध है। उससे भी अपने कब्जे में ले लिया गया है।
मच गई खलबली यूनिवर्सिटी में एसटीएफ की टीम पहुंचते ही विवि के अधिकारियों में खलबली मच गई। कई अधिकारी डर के मारे यूनिवर्सिटी आए भी नहीं। पुलिस का कहना है कि छानबीन में निकल कर आया है कि उत्तर पुस्तिका विभाग की चाबी सभी कर्मचारियों पर रहती थी, जिसके चलते वहां पर घोटाला हुआ है। छात्रा से पूछताछ सूत्रों का कहना है कि एसटीएफ ने मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज पहुंचकर कापी बदलने की सेटिंग करवाने वाली हरियाणा निवासी एमबीबीएस सैकेंड ईयर की छात्रा को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। नौ लोगों को बनाया मुल्जिम 1. कविराज पुत्र हरपाल सिंह 2. कपिल कुमार पुत्र उदयराम सिंह, संविदा सफाई कर्मचारी 3.संदीप पुत्र गुलचंद, संविदा सफाई कर्मचारी 4. पवन कुमार पुत्र सुलतान सिंह, यूनिवर्सिटी कर्मचारी 5. सलेक चंद, यूनिवर्सिटी कर्मचारी 6. सीपी सिंह, रिटायर्ड कर्मचारी 7.मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज के दो छात्र 8. संदीप, निवासी हरियाणा सीपी सिंह बर्खास्तसीसीएसयू के कुलपति प्रो। एनके तनेजा ने विवि के रिटायर्ड कर्मचारी सीपी को बर्खास्त कर दिया है। सीपी सिंह साढ़े चार साल पहले विवि से रिटायर हुआ था। इसके बाद वह संविदा पर काम कर रहा था। अब उससे हटा दिया गया है। इसके अलावा सलेख चंद को भी सस्पेंड कर दिया है। दोनों कर्मचारी घर से फरार हैं। एसटीएफ की जांच में दोनों कर्मचारियों के नाम सामने आए थे। दोनों कर्मचारी पिछले चार साल से एमबीबीएस की कापी बदलने का काम कर रहे थे।
संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त विवि के कुलपति प्रो। एनके तनेजा ने यूनिवर्सिटी में संविदा पर तैनात आठ रिटायर्ड कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। उन्होंने कहा कि अब उनके विवि में कोई भी रिटायर्ड कर्मचारी सेवा पर नहीं है। सभी को हटा दिया गया है। रिटायर्ड कर्मचारी सीपी सिंह जागृति विहार म.95 सैक्टर दो शास्त्री नगर में रहता है। उसकी तलाश में कई बार दबिश डाली। वह परिवार समेत फरार हो गया है। ब्रिजेश कुमार, सीओ, एसटीएफ