अब यूपी बोर्ड में महंगी नहीं होंगी किताबें
- बोर्ड ने प्रकाशकों के लिए निर्धारित कर दिए है किताबों के रेट
- किताबों को लेकर बोर्ड हो गया है अब सतर्क Meerut : यूपी एजुकेशन डिपार्टमेंट की ओर से नए सत्र में हाईस्कूल व इंटर की बुक्स के लिए प्रकाशकों द्वारा महंगी बुक्स बेचने पर लगाम कस दी गई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड की ओर से नए सेशन में बुक्स की लेखन, मुद्रण व प्रकाशन की जिम्मेदारी अब पांच प्रकाशकों को सौंपी गई है। बोर्ड ने प्रकाशन का अधिकार देने के साथ ही किताबों का अधिकतम विक्रय मूल्य भी निर्धारित कर दिया है। किया गया आवंटनबोर्ड ने हाईस्कूल स्तर पर हिंदी, इंग्लिश, मैथ, सोशल साइंस, साइंस सब्जेक्ट की बुक्स व इंटर स्तर पर हिंदी, अग्रेंजी, मैथ और इकोनॉमिक्स की बुक्स का आवंटन किया है। बोर्ड द्वारा उपलब्ध करवाए गए पाठ्यक्रम के अनुसार नए सेशन बुक्स के रेट को भी निर्धारित कर दिया गया है। अब किताबों पर अधिकतम विक्रय मूल्य भी लिखा रहेगा। इसके साथ ही निगरानी के लिए जिलाधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश किया जाएगा।
ज्यादा महंगी नहीं होंगी बुक्समाध्यमिक शिक्षा परिषद ने यह तय कर दिया है कि हाईस्कूल व इंटर की किसी भी किताब की कीमत सौ से ऊपर नहीं जानी चाहिए। बोर्ड द्वारा निर्धारित कीमतों में इंटर के मैथ बुक की अधिकतम कीमत 97 रुपए फ्भ् पैसे है, वहीं न्यूनतम कीमत आठ रुपए क्क् पैसे की है।
इन्हें मिला प्रकाशन का अधिकार बेनिसन पब्लिकेशन, मथुरा इंटर- इंग्लिश, प्रेज, पोयट्री, मर्चेट ऑफ वेनिस, शॉर्ट स्टोरी हाईस्कूल -इंग्लिश काका संस प्राइवेट लिमेटिड मथुरा इंटर -गद्य गरिमा, काव्यांजलि, कथा भारती, संस्कृत दिग्दर्शिका, इंग्लिश प्रेज, पोयट्री, मर्चेट ऑफ वेनिस व शॉर्ट स्टोरी हाईस्कूल -9 व क्0 दोनों की हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत, मैथ, साइंस, सोशल साइंस कैला देवी पब्लिकेशन शिकोहाबाद इंटर- गद्य गरिमा, काव्यांजलि, कथा भारती, संस्कृत दिग्दर्शिका, इंग्लिश, प्रेज, पोयट्री, मर्चेंट ऑफ वेनिस शार्ट स्टोरी। हाईस्कूल- कक्षा नौंवी व दसवीं की हिंदी व इंग्लिश। राजीव प्रकाशन इलाहाबाद इंटर- गद्य गरिमा, काव्यांजलि, कथा भारत, संस्कृत दिग्दर्शिका, इंग्लिश प्रेज व पोयट्री, मर्चेंट ऑफ वेनिस, शार्ट स्टोरी, मैथ, भाग एक व दो। इकोनॉमिक्स भाग एक दो। हाईस्कूल - नौवी व दसवी के लिए हिंदी, संस्कृत, गणित व सोशल साइंस। नगीन प्रकाशन मेरठ कक्षा नौवी व दसवी के लिए साइंसबोर्ड के नियमों अनुसार बुक्स की पूरी निगरानी की जाएगी। महंगी किताबों पर रोक लगाने के लिए बोर्ड ने जो भी नियम निर्धारित किए है उनपर नजर रखी जाएगी।
एके मिश्रा, डीआईओएस