ज्ञानवापी प्रकरण शुरू होने से बनारस में बढ़ी आतंकी गतिविधियां आईएसआईएस के एजेंट की गिरफ्तारी से पूरे पूर्वांचल में अलर्ट

वाराणसी (ब्यूरो)वाराणसी में पिछले छह महीने से आतंकी गतिविधियां तेज हो गई हैं। अप्रैल में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर वाराणसी की अदालत में दायर याचिका के बाद से ही अधिकतर आतंकी संगठनों की नजरें यहां पर टिकी हैं। जैसे-जैसे ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर मामला तूल पकड़ रहा है, उसी रफ्तार से बनारस में आतंकी गतिविधियां उजागर हो रही हैं और इसमें लिप्त संदिग्ध आतंकियों का चेहरा भी सामने आ रहा है।

राहत की सांस

लोहता में पीएफआई सदस्य अब्दुला सऊद अंसारी के बाद बुधवार को खजूरी से आईएसआईएस का एजेंट बासित कलाम सिद्दीकी पकड़ा गया। प्रारंभिक पूछताछ में इसके मंसूबे सामने आने के बाद कमिश्नरेट पुलिस ने राहत की सांस ली है। बासित का कनेक्शन कश्मीर से लेकर अफगानिस्तान और सीरिया में मौजूद आतंकी संगठनों से है। इन लोगों से वह लगातार सोशल मीडिया के जरिए चैटिंग करता था। खासकर एक अफगानी लड़की से वह ज्यादा बातचीत करता था। लेकिन उसका लोकल कनेक्शन कुछ भी नहीं मिला है.

लॉकडाउन के दौरान जुड़ा

आतंकी संगठन आईएसआईएस के वॉयस ऑफ हिंद मॉड्यूल के लिए मुस्लिम युवाओं को भर्ती कराने के आरोप में वाराणसी से गिरफ्तार 12वीं पास बासित कलाम सिद्दीकी एक होनहार स्टूडेंट था। पिता अब्दुल कलाम सिद्दीकी अच्छे हैचरी कारोबारी होने के कारण बासित की पढ़ाई-लिखाई में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रखे थे। कोटा जाकर इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाला बासित वर्ष 2020 में कोरोना महामारी में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान आईएसआईएस की विचारधारा से प्रभावित हुआ। ऑनलाइन माध्यम से ही उसने आईएसआईएस के बारे में 3 महीने तक गहन अध्ययन किया। फिर आईएसआईएस से जुडऩे का निर्णय लिया और आतंकियों का समर्थक बन गया.

रीति-रिवाजों से नफरत

आईएसआईएस से जुडऩे के बाद बासित गैर इस्लामिक रीति-रिवाजों से नफरत करने लगा था। वह खुद को अहले-हदीस कहता था। इसने इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के निर्माण के लिए काम आने वाले घातक रासायनिक पदार्थों के बारे में काफी जानकारी प्राप्त कर ली थी। बासित कलाम सिद्दीकी को गिरफ्तार किए जाने के बाद लालपुर पांडेयपुर थाने ले जाया गया था। जहां कमिश्नरेट पुलिस ने बासित से गहन पूछताछ की। इसके बाद इसके परिजनों से पूछताछ की गई। बासित व परिजनों से मिले इनपुट पर कमिश्नरेट पुलिस ने काम भी शुरू कर दिया है। उधर, एनआईए की टीम 2 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर बासित को दिल्ली ले गई है। माना जा रहा है कि कस्टडी रिमांड में जब बासित से एनआईए पूछताछ करेगी तो वाराणसी से लगायत पूर्वांचल भर में उसके नेटवर्क की थाह लग पाएगी।

डेढ़ साल से थी नजर

बासित की गतिविधियों पर एनआईए की नजर बीते डेढ़ साल से थी। एनआईए द्वारा 29 जून 2021 को एक मुकदमा दर्ज किया गया था। उसी दौरान तफ्तीश में सामने आया था कि बासित कलाम सिद्दीकी भारत में आईएसआईएस की ओर से कट्टरपंथी युवाओं की भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल है.

आईएसआईएस के एजेंट बासित से कमिश्नरेट पुलिस ने भी पूछताछ की। वह कश्मीर, अफगानिस्तान व सीरिया के करीब 45 लोगों से संपर्क में था। लेकिन उसका लोकल कनेक्शन कुछ नहीं मिला है। उसने कोई टारगेट भी प्लान नहीं किया था। एक अफगानी लड़की से ज्यादा बात करता था।

संतोष सिंह, एडिशनल पुलिस कमिश्नर

Posted By: Inextlive