सभी डीजल चलित नौकाएं हो जाएंगी सीएनजी में परिवर्तित

वाराणसी (ब्यूरो)वाराणसी में हो रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के विकास के कार्यों के चलते यहां पर्यटकों की आमद में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। वाराणसी आने वाले सैलानी सबसे ज्यादा गंगा में नौका विहार का लुत्फ उठाते हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की निगरानी में गंगा में चलने वाली डीजल बोट को सीएनजी में तब्दील किया जा रहा है। इस परियोजना से गंगा में बोटिंग करने वाले पर्यटकों को तेज आवाज और जहरीले धुंए का सामना नहीं करना पड़ेगा और घाट भी प्रदूषण मुक्त होंगे। इसके लिए नमो घाट पर दुनिया का पहला फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन भी बनाया गया है, जो बाढ़ के दौरान भी तैरता हुआ काम करता है.

80 प्रतिशत बोटसीएनजी में तब्दील

वाराणसी में डीजल व पेट्रोल से चलने वाली 80 प्रतिशत बोट को अबतक सीएनजी में परिवर्तित कर दिया गया है, जिसकी लगात करीब 29.7 करोड़ रुपये आई है। बची हुई 20 प्रतिशत बोट को देव दीपावली के पहले सीएनजी में परिवर्तित कर लिया जाएगा। सीएनजी से चलनी वाली बोट इको फ्रेंडली और करीब 50 प्रतिशत किफायती होती है। डीजल या पेट्रोल इंजन वाली छोटी बड़ी नाव पर करीब 2 से ढाई लाख की लागत आती है। गेल इंडिया कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी प्रोजेक्ट के तहत इस काम को करा रही है.

चलती हैैं 657 बोट

वाराणसी में डीजल से चलने वाली करीब 657 बोट हैं। पीएम ने 7 जुलाई को काशी के दौरे में गंगा नदी में 500 सीएनजी नावों का शुभारंभ किया था। बोट में सीएनजी भरवाने के लिए नमो (खिड़किया) घाट पर पानी में तैरते हुए जेटी पर दुनिया का पहला सीएनजी फिलिंग स्टेशन बनाया गया है। इसकी खासियत ये है कि बाढ़ और तेज बहाव में भी नहीं बहेगा, बल्कि पानी के साथ अपने को एडजस्ट कर लेता है.

देव दीपावली पर्व से पहले ही टूरिस्टों को प्रदूषण मुक्त माहौल देने के प्रयास में स्मार्ट सिटी जुटा है। इसी तहत डीजल व पेट्रोल से चलने वाली 80 प्रतिशत बोट को अब तक सीएनजी में परिवर्तित कर दिया गया है। बची हुई 20 प्रतिशत बोट को देव दीपावली के पहले सीएनजी में परिवर्तित कर लिया जाएगा.

-डॉ। डी वासुदेवन, सीजीएम वाराणसी स्मार्ट सिटी

Posted By: Inextlive