बनारस में साइबर क्रिमिनल्स द्वारा नए-नए तरीकों से ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. ज्यादातर मामले बैैंक व बैैंकिंग एप के फर्जी कस्टमर केयर नंबर के आए है. वर्ष 2021 में कुल 65 केस साइबर थाना सारनाथ में दर्ज हुए इनमें से 35 का निस्तारण किया जा चुका है शेष में जांच जारी है. हालांकि राहत यह कि साल 2022 के पहले माह में अभी कोई नया केस नहीं आया है.

वाराणसी (ब्यूरो)रवींद्रपुरी की रहने वाली बीटीसी की स्टूडेंट गरिमा यादव से ई-श्रम काड के नाम पर 29 हजार रुपये व सारनाथ के रिटायर्ड कर्मी से 99 हजार रुपए की धोखाधड़ी की घटनाएं हाल की है।

केस-1
एक नागरिक का पर्स गुम हो गाया था। पर्स में एटीएम था। उन्होंने एटीएम को ब्लॉक कराने के लिए गूगल के जरिए बैैंक के कस्टमर केयर का नंबर निकाला और बिना कुछ सोचे-समझे उसे पिन, पासवर्ड समेत बैैंक डिटेल बता दिया। गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर फर्जी होने के चलते यह जानकारी साइबर बदमाशों को मिल गई। फिर क्यालगभग मिनट में पीडि़त के बैैंक खाते से 3.5 लाख रुपए निकाल लिए गए। रुपए निकाले जाने के बाद उन्हें अपनी लापरवाही पर पछतावा होने लगा। साइबर थाने में तहरीर दी.पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है।

केस-2
साइबर फ्रॉड का दूसरा मामला भी नासमझी का नतीजा है। सारनाथ थाने में दर्ज मुकदमे के मुताबिक एक व्यक्ति लोन देने की एजेंसी लेने के लिए इंटरनेट से नंबर लेकर किसी साइबर ठग के संपर्क में आ गया। ठग ने भरोसे में लेते हुए धीरे-धीरे कर कुल आठ लाख रुपए की ठगी कर डाली। इतने पैसों का भुगतान करने के बाद भी लोन की एजेंसी नहीं मिली तो व्यक्ति को अपने साथ धोखाधड़ी का अंदाजा हुआ।

वर्ष 2020 में साइबर फ्रॉड केस
मंथ केस
अक्टूबर 01
नवंबर 05
दिसंबर 02

वर्ष में 2021
कुल केस - 65 केस
निस्तारण - 35 केस
जांच जारी - 30 केस


साइबर फ्रॉड से यूं बचे
-गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लेने से बचें
-नए मोबाइल नंबर से आने वाले फोन कॉल से अर्लट रहें
-किसी को भी पिन, पासवर्ड और बैैंक डिटेल देने से बचें
- अपना स्मार्ट फोट अनलॉक मोड में किसी को भी नहीं दें।
-ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में सावधानी बरते
-एटीएम, पिन और बैैंक बैलेंस की जानकारी के लिए बैैंक शाखा से संपर्क करें
-नए नंबर से आए फोन कॉल के क्यूआर कोड को स्कैन नहीं करें
- ऐप्स को इंस्टाल करने से पहले उसके रिव्यू और रेटिंग को चेक कर लें
- अपने फोन में कभी भी क्विक सपोर्ट, एनीडेस्क, टीम व्यूवर नहीं डाउनलोड करें

यहां करें शिकायत
साइबर फ्रॉड या रुपयों की धोखाधड़ी से संबंधित मामलों की शिकायत नजदीकी थाने या पुलिस लाइन स्थित साइबर सेल में कर सकते हैैं। वहीं, लाख रुपए से अधिक धोखाधड़ी होने पर साइबर थाना सारनाथ में कर सकते हैैं।


अनजान नंबर से आए फोन उठाने से बचें। एनीडेस्क ऐप्स को इंस्टाल न करें। बैैंकिंग लेनदेन में सतर्क और जागरूक रहें। अनजान क्यूआर स्कैन से भुगतान न करेें। समस्या होने पर हेल्पलाइन नंबर 155 और 260 पर शिकायत दर्ज कराएं।
राहुल शुक्ल, एसएचओ, साइबर थाना, सारनाथ

Posted By: Inextlive