हैप्पी बेबी प्रोग्राम से बच्चों के टीकाकरण को बढ़ावा देने की कवायद वाट्सएप और एआई चैटबॉट के इस्तेमाल से बच्चों के टीकाकरण को बढ़ावा दिया जाएगा


वाराणसी (ब्यूरो)जीरो से 9 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। इसी क्रम में सिटी में हैप्पी बेबी प्रोग्राम स्टार्ट किया गया है, जिसके तहत वाट्सएप और एआई चैटबॉट के इस्तेमाल से बच्चों के टीकाकरण को बढ़ावा दिया जाएगा। जिस तरह से हम मोबाइल के जरिए फेसबुक, इंस्टाग्राम पर रील और वाट्सएप पर न्यूज देखते हैं, उसी तरह से एआई आधारित सूक्ष्म वीडियो संदेश देखकर पेरेंट्स बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर जागरूक हो सकेंगे.

याद दिलाने को वाट्सएप मैसेज

पिछले दिनों बनारस में हैप्पी बेबी प्रोग्राम के लर्निंग एक्सचेंज कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें छोटे बच्चों की माताओं को आगामी टीकाकरण दिवसों, बधाई संदेशों और टीकों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी की याद दिलाने के लिए वाट्सएप पर एआई चैटबॉट संचालित संदेश भेजे गए। इस कार्यक्रम में उपस्थित संयुक्त राज्य अमेरिका में जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, प्रधान अन्वेषक डॉ। राजीव एन रिमल ने कहा, हम अध्ययन के निष्कर्षों को देखकर एक्साइटेड हैं.

पब्लिक को कैसे लाभ मिलेगा

वाट्सएप और एआई आधारित प्रोग्राम से पब्लिक को मोबाइल के माध्यम से डायरेक्ट फायदा मिलेगा। किसी भी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में बच्चे के जन्म से पहले प्रेग्नेंसी चेकअप के दौरान ही महिला का मोबाइल नंबर ले लिया जाएगा। डिलीवरी के बाद शिशु के जन्म के समय टीका लगने के बाद महिला या बच्चेके पेरेंट्स के मोबाइल पर वाट्सएप और एआई आधारित ऑडियो-वीडियो प्रोग्राम से समय-समय पर अपडेट्स यानी संदेश भेजा जाएगा। जैसे इस माह में और अगले माह में बच्चे को कौन से टीका लगना है.

क्या है हैप्पी बेबी प्रोग्राम

हैप्पी बेबी प्रोग्राम, जिसे वाट्सएप चैटबॉट के रूप में डिजाइन किया गया है, एआई जैसी नई तकनीकों की खोज करता है और इसमें अपने बच्चों के पूर्ण टीकाकरण को सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत संदेश के साथ बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचने की क्षमता रखता है।

रिसर्च में और भी कई चीजों की जानकारी

रिसर्च में प्रतिभागियों को टीकाकरण और हाथ धोने, पोषण और स्तनपान जैसे अन्य स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में संदेश प्राप्त हुए। निष्कर्षों से पता चला कि जिन लोगों को संदेश प्राप्त हुए, उनमें टीकाकरण के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने और स्वास्थ्य प्रणाली में अधिक विश्वास व्यक्त करने की काफी अधिक संभावना पाई गई.

रिसर्च में ये एरिया शामिल

बजरडीहा, कज्जाकपुरा, कोनिया, लहरतारा, नई बस्ती और शिवपुर.

हैप्पी बेबी प्रोग्राम टीकाकरण को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनके लिए कुछ राहत लेकर आया है। एक संदेश के जरिए हर प्रेग्नेंट वीमेन और नवजात बच्चों के पेरेंट्स के पास टीकाकरण की पूरी जानकारी पहुंच जाएगी.

हिमांशु नागपाल, सीडीओ

चैटबॉट के इस्तेमाल से बच्चों के टीकाकरण को बढ़ावा दिया जाएगा। जिस तरह से हम मोबाइल के जरिए फेसबुक, इंस्टाग्राम पर रील और वाट्सएप पर न्यूज देखते हैं, उसी तरह से एआई आधारित सूक्ष्म वीडियो संदेश देखकर पेरेंट्स अपने बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर जागरूक हो सकेंगे.

डॉएके मौर्या, एसीएमओ

कब कौन सा वैक्सीनेशन

11 दिन से 2 माह की आयु पर

बीसीजी का

हेपेटाइटिस बी का पहला टीका

डीपीटी का पहला टीका

पोलियो की पहली डोज

21 दिन से 2 माह की आयु

डीपीटी का दूसरा टीका

हेपेटाईटिस बी का दूसरा टीका

पोलियो की दूसरी डोज

31 दिन से 2 माह की आयु

डीपीटी का तीसरा टीका

हेपेटाईटिस बी का तीसरा टीका

पोलियो की तीसरी डोज

9-12 माह की आयु

खसरा का टीका

16-24 माह की आयु

डीपीटी का बूस्टर टीका

5-6 वर्ष की आयु पर

डीपीटी का टीका

10-16 वर्ष की आयु

टीटी का टीका

Posted By: Inextlive