डीडीयू में प्रतिदिन औसतन 350 मरीजों की होती है जांच लगभग पांच हजार से अधिक बनती है रिपोर्ट

वाराणसी (ब्यूरो)शहर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में मरीजों को जांच के बाद मिलने वाली रिपोर्ट पर किसी का हस्ताक्षर नहीं होता है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अधिक मरीज होने के कारण ऐसा हो रहा है। डीडीयू में पैथोलॉजी विभाग के सामने सूचना पट्ट पर दिन भर में कितने सैंपल लिए गए इसकी जानकारी दर्ज की जाती है। खास बात यह है कि जिन लोगों को जांच रिपोर्ट जारी की गई है, उस पर किसी के हस्ताक्षर भी नहीं होते हैं। जानकारी के मुताबिक यहां प्रतिदिन औसतन पांच हजार से अधिक जांच रिपोर्ट जारी की जाती है। ऐसे में जांच रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़ा हो रहा है.

पांच हजार से अधिक जांच

दीनदयाल अस्पताल में इन दिनों वायरल फीवर, सर्दी-खांसी व डेंगू के संभावित मरीजों के पहुंचने का क्रम जारी है। सबसे ज्यादा मारामारी पैथालॉजी में जांच के लिए हो रही है। यहां मरीजों और परिजनों की भारी भीड़ लग रही है। पैथालॉजी विभाग के सामने एक नोटिस बोर्ड लगाया गया है। उस पर हर दिन लिए गए सैंपल और जांच की जानकारी दर्ज की जा रही है। 8 अगस्त को यहां जो जानकारी दर्ज थी, उसके अनुसार 369 मरीजों का पंजीकरण हुआ और इन लोगों के 652 सैंपल लिए गए। इनमें डॉक्टर्स की ओर से लिखे गए विभिन्न जांच की संख्या 6053 थी। पैथोलॉजी में कुल पांच लोगों की तैनाती है। अब ये पांच लोग 6053 जांच कैसे कर पाते होंगे इसका अंदाजा आप सहज ही लगा सकते हैं.

मरीजों का दबाव अधिक

मौसम में लगातार बदलाव के कारण इन दिनों डीडीयू में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। कई मरीजों के 10-15 जांच भी कराने पड़ते हैं। यहां तक की एक दिन में 6053 जांच होते हैं। कभी-कभी तो यह आंकड़ा दस हजार के पार भी हो जाता है।

बिना हस्ताक्षर के जांच रिपोर्ट देने का मामला है तो इस बारे में पैथोलॉजी विभाग के लोगों से पूछताछ की जाएगी। यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि पूरी सत्यता के बाद सूचना पट्ट पर सही जानकारी दर्ज की जाए।

डॉआरके सिंह, सीएमएस, डीडीयू

Posted By: Inextlive