कैसे सही रहे स्वास्थ्य जब नहीं हैं अधिकारी
- नगर निगम के पांचों जोन पर जोनल स्वास्थ्य अधिकारी की अब तक तैनाती नहीं
- सफाई, स्वास्थ्य, बर्थ, डेथ सर्टिफिकेट समेत स्वच्छ सर्वे का काम हो रहा प्रभावित 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ नगर निगम के पांचों जोन इस समय जोनल स्वास्थ्य अधिकारीविहीन चल रहे हैं। इससे मोहल्लों की सफाई, बर्थ, डेथ सर्टिफिकेट समेत स्वच्छ सर्वे 2019 का काम प्रभावित हो रहा है। एक जोनल स्वास्थ्य अधिकारी के जिम्मे पूरी व्यवस्था है। इसके चलते मामूली कार्यो के लिए पब्लिक को नगर निगम के प्रधान कार्यालय की दौड़ लगानी पड़ रही है। इससे लोगों की दिक्कत बढ़ गई है। 'जेएसओ' की कमी नहीं हुई दूरदरअसल, नगर निगम के पांच जोनों पर टैक्स, प्रकाश, इन्फ्रास्ट्रक्चर, लाइसेंस, उद्यान समेत विभागों के लिए अफसरों, इंजीनियर्स व कर्मचारियों की तैनाती है। हर जोन में सभी कार्यो के सुपरविजन के लिए जोनल अधिकारी भी हैं, लेकिन जोनल स्वास्थ्य अधिकारी नहीं हैं। ये कमी पहले तैनात जोनल स्वास्थ्य अधिकारियों के ट्रांसफर होने, या फिर उनके रिटायर से हुई है। इसके बाद किसी की तैनाती नहीं हुई।
एक 'जेडएचओ' पर पूरा दारोमदारनगर निगम मुख्यालय पर तैनात जोनल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। मो। शमी पर ही सभी जोन के निर्धारित कार्यो का जिम्मा है। इसका नतीजा है कि सफाई, स्वास्थ्य, बर्थ व डेथ सर्टिफिकेट जारी करने का रुटीन बिगड़ गया है। निर्धारित समय में होने वाले कार्य भी दोगुने या इससे ज्यादा समय में हो रहे हैं।
स्वच्छ सर्वे में आ रही दिक्कत इस समय केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय शहरों में स्वच्छ सर्वे 2019 करवा रहा है। इसकी मॉनीटरिंग का पूरा जिम्मा जोनल स्वास्थ्य अधिकारी और नगर स्वास्थ्य अधिकारी के जिम्मे है। इसमें सफाईकर्मियों समेत पब्लिक की भी भागीदारी होनी है। विशेष सफाई अभियान, जनजागरूकता, शिविरों का आयोजन, सिटीजन फीडबैक, कैपिसिटी बिल्डिंग, आईडीपी समेत अन्य निर्धारित कार्य समय से नहीं हो पा रहे हैं। एक नजर - 05 जोन में बंटा है शहर - 350 से ज्यादा मोहल्ले हैं शहर में - 180 से 250 आवेदन डेली आते हैं बर्थ व डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के नगर निगम के सभी जोनों पर स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती न होने से तमाम कार्यो में प्रॉब्लम हो रही है। इनकी तैनाती के लिए शासन को लेटर भेजा गया है। अजय कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त