सीएचएस में दाखिले के लिए तीन सालों से अपनाई जा रही लॉटरी सिस्टम प्रक्रिया आगे परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा

वाराणसी (ब्यूरो)काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की ओर से संचालित सेंट्रल हिंदू गल्र्स स्कूल और बॉयज स्कूल (सीएचएस) में होने वाले दाखिले की प्रक्रिया अब पूर्ण हो चुकी है। बीएचयू प्रशासन की ओर से एलकेजी, नर्सरी, कक्षा एक, छह और 9 में लॉटरी निकालकर ही दाखिला लिया गया और सीएचएस में इस बार लॉटरी सिस्टम से दाखिले के बीएचयू प्रशासन के फैसले का विरोध बेअसर साबित हुआ। बता दें कि सीएचएस में लॉटरी प्रक्रिया से दाखिले को लेकर बीएचयू प्रशासन को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। अब प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जारी एक पत्र में कहा है कि लॉटरी सिस्टम कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अपनाया गया था, लेकिन यह बहुत ही प्रभावी रहा है। वहीं, बीएचयू प्रशासन ने कहा कि आने वाले दिनों में वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले दिनों में उचित निर्णय लिया जाएगा.

पूरी पारदर्शिता के साथ प्रक्रिया पूर्ण

बीएचयू प्रशासन ने जारी पत्र में कहा है कि वर्तमान सत्र 2022-23 में प्रवेश के लिए ई-लॉटरी सिस्टम पूरी तरह से सफल रही है। इॅ-लॉटरी सिस्टम में पूरी तरह से पारदर्शिता का पालन किया गया था। प्रकिया में आए अभिभावक ई-लॉटरी सिस्टम से पूरी तरह संतुष्ट में देखे गए थे। बीएचयू प्रशासन ने बताया कि ई लॉटरी प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए गए थे, जिसके बाद अभ्यर्थियों की सूची में लर्निंग स्पाइरल लिमिटेड की ओर से उपलब्ध कराई गई एवं ई लॉटरी माइक्रोसाफ्ट के एक्सेल के रैंडेमाइजेशन टूल के माध्यम से कराई गई। ई लॉटरी प्रक्रिया पूर्ण रूप से कंप्यूटर पर आधारित थी, जिसमें मानवीय दखल की कोई गुंजाइश नहीं थी.

लॉटरी सिस्टम का हुआ था विरोध

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अभिन्न अंग माने जाने वाले सेंट्रल हिंदू स्कूल में लॉटरी सिस्टम से एडमिशन का पुरजोर विरोध किया गया था। छात्र संगठन एनएसयूआई और एबीवीपी भी एक मंच पर आ गए थे। हर रोज कमच्छा स्थित सीएचएस से लेकर बीएचयू तक आंदोलन और विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा था। इतना ही नहीं, बीएचयू स्कूल बोर्ड के पूर्व वाइस चेयरपर्सन प्रो। हरिकेश सिंह समेत कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय और पूर्व एमएलसी चेतनारायण सिंह ने वीसी को पत्र लिखकर आपत्ति जताई थी। इन सभी ने कहा था कि प्रवेश प्रक्रिया को समाप्त करना योग्यताओं का गला घोंटने के बराबर है। प्रवेश परीक्षा न कराकर लॉटरी से दाखिले का फैसला विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा पर सवाल खड़ा करता है.

इन कक्षाओं में मिला है दाखिला

एलकेजी, सीएचजीएस कोल्हुआ - 120

नर्सरी, बरकछा - 40

कक्षा-1 रणवीर संस्कृत विद्यालय - 40

कक्षा 6 सेंट्रल हिंदू ब्वायज स्कूल-- 90

कक्षा 6 सेंट्रल हिंदू गर्ल्स शुक्ल - 98

कक्षा 9 सेंट्रल हिंदू ब्वायज स्कूल -100

कक्षा 9 सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल - 11

ई-लाटरी सिस्टम के सफल क्रियान्वयन के लिए बीएचयू प्रशासन द्वारा पूरी पारदर्शिता व निष्पक्षता बरती गई। सीएचएस में प्रवेश के लिए विवि प्रशासन द्वारा व्यापक एवं छात्रहित को ध्यान में रखकर ही निर्णय लिया जाता है। भविष्य में भी विद्यार्थियों के हितों को केंद्र में रखकर परिस्थितियों के अनुसार उचित निर्णय लिया जाएगा.

राजेश सिंह, पीआरओ, बीएचयू

Posted By: Inextlive