Varanasi: स्वास्थ लाभ के बाद गुरुवार को भोर में भगवान जगन्नाथ जब भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर विराज होकर नगर भ्रमण पर निकले. इसके साथ ही तीन दिन के रथयात्रा मेले की शुरुआत हो गयी. गुरुवार को भोर की मंगला आरती के दौरान भगवान पीताम्बरी शृंगार में नजर आए. उन्हें परवल व छेने की मिठाई के साथ केसरिया पेड़े का भोग लगाया गया.


सुबह से ही लगी रही भीड़तीनों देवों के दर्शन के लिए गुरुवार की सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेला एरिया में पहुंचे थे। इसके बाद दिन भर दर्शनार्थियों का आना-जाना लगा रहा। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ही दोपहर में सिगरा, महमूरगंज, लक्सा तथा कमच्छा से रथयात्रा की ओर जाने वाले सभी व्हीकल्स रोक दिए गये थे। गुरुवार को कुछ दूरी तक रथ खींचा भी गया। शाम में गुलजार हुआ मेलादिन भर जहां श्रद्धालुओं की भीड़ रथयात्रा पर नजर आई वहीं शाम में ये भीड़ 10 गुने से ज्यादा हो गयी। दर्शन-पूजन के बाद लोगों ने झूले और खेल-तमाशे को इंजॉय किया। नान खटाई भी खूब बिकी। बच्चे इस मेले में खासे उत्साहित नजर आए। उन्होंने खिलौनों की खरीदारी भी की। देर रात तक मेला एरिया में चहल-पहल देखने को मिली।रामनगर में भी रथयात्रा शुरू
सिटी के साथ ही रामनगर में भी दो दिन की रथयात्रा मेला ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर के पास गुरुवार को शुरू हुई। महाराज कुंवर अनंत नारायण सिंह के बेटे कुंवर अनिरूद्ध तथा कुंवर प्रद्युम्न ने परम्परा के अनुसार भगवान कृष्ण के विग्रहों की पूजा की और रथ खींच कर मेले का शुभारम्भ किया। इस दौरान रथ के आगे बनारस स्टेट का ध्वज और नगाड़ा लिये घुड़सवार चल रहे थे। पीएसी बैंड, आकाशवाणी व दूरदर्शन के आर्टिस्ट जवाहर लाल की शहनाई टीम ने भजन सुनाई। शुभारंभ के मौके पर महाराजा की बड़ी बहनें कुमारी विष्णु प्रिया, हरीप्रिया, कृष्ण प्रिया व किला प्रशासन के लोग मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive