बिहार व पूर्वांचल से बढ़ी तस्करी गैैंगवार में जान लेने से भी नहीं हिचक रहे बदमाश रुपए के हेरफेर और तस्करी से बढ़ा अपराध का ग्राफ

वाराणसी (ब्यूरो)एंबुलेंस और रेलगाड़ी से हथियारों की तस्करी के बाद अब तस्करों ने नए तरीके इजाद कर लिए हैैं। इसी की एक बानगी है हाल के दिनों में आधी रात में तमंचे की तड़तड़ाहट से गूंजे सूनसान रास्ते। पुलिस प्रशासन के लाख कवायद के बाद भी तस्कर अपने गुर्गों को अवैध आधुनिक असलहे उपलब्ध कराने से बाज नहीं आ रहे हैैं। बिहार के मुंगेर, सिवान और रोहतास से, आजमगढ़, जौनपुर और पश्चिमी यूपी के कई जिलों से अवैध असलहों के डीलर बनारस में माल खपाने में लगे हैैं। वाराणसी जनपद में हाल ही में घटित हुई घटनाओं के तार भी असलहा तस्करों से जुड़ रहे हैैं, जिन्हें वाराणसी ग्रामीण पुलिस ने खुलासे के बाद स्वीकार किया है। सवाल यह उठना लाजिमी है कि स्मार्ट सिटी बनारस के माथे से आखिर कब तक अवैध हथियारों तस्करी का दाग मिट पाएगा.

पुलिस के लिए चुनौती बने तस्कर

शहर में अंधरापुल तक बिहार के कई जिलों से हथियार तस्कर माल पहुंचाने का जोखिम लेते रहे हैैं। तस्करी के लिए रेल, माल वाहक, भूसा-खली और एंबुलेंस आदि का इस्तेमाल करते आ रहे थे। अलग से ज्यादा रकम की मांग के बाद मुंगेर-भागलपुर के सक्रिय हथियारों के तस्करों से आपूर्ति लेने के बजाय इन तस्करों ने खुद हथियार लाने शुरू किये। पुलिस की कड़ाई के बाद भी समय-समय पर तस्करों का गैैंग अपनी उपस्थिति दर्ज कराने से नहीं चुक रहे हैैं। ऐसे में कई बार बदमाशों के साथ निर्दोष भी निशाना बन जाते हैैं। बहरहाल, अब बदले तरीकों से जनपद की शांति व्यवस्था को चुनौती दे रहे है.

वर्चस्व की जंग

हथियारों की तस्करी से कई तरह के जरामय की दुनिया के काले कारोबार का बाजार बढ़ता है। साथ ही वसूली, लूट, छिनैती, रंगदारी और छिटपुट गैैंगवार की भी घटना हो जाती हैं। पुलिस भले ही अपराधियों पर नकेल कसने का दावा कर रही है। लेकिन, अब भी कुछ अपराध की दुनिया में सिक्का जमाने उतरे नए नवेले गुर्गे अपने वर्चस्व को जमाने के लिए छिटपुट गैैंगवार से नहीं कतराते हैैं। शहर में चौकाघाट मर्डर के अलावा कई मामले इनकी तस्दीक करते हैैं.

केस-1

वाराणसी से सटे फूलपुर थानाक्षेत्र के चनौली स्थित बगीचे में शनिवार को हुई गोलीबारी में तेजबहादुर पटेल नामक युवक की मौत हो गई। जांच में पता चला कि उसके साथ घायल सौरभ उर्फ किशन असलहा तस्कर है। आकाश ने सौरभ को असलहा के लिए 15 हजार रुपये दिए थे। रुपये पाने के बाद सौरभ आनाकानी करने लगा। उसने रुपए नहीं लौटाए तो आकाश ने सौरभ को गोली मार दी। उसने बाइक लेकर भागते समय तेज बहादुर पर भी पीछे से फायरिंग कर दी। इससे तेजबहादुर की मौत हो गई.

केस-2

बिहार के मुंगेर जिले के सोनू अग्रवाल को 21 मई 2022 को पुलिस ने वाराणसी हथियार सप्लाई के दौरान गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि 7.65 बोर की पिस्टल के दो नमूने लेकर वह वाराणसी में बड़े तस्कर से मिलने गया था। तभी पुलिस ने धावा बोलकर करीब एक दर्जन तस्कर और भारी मात्रा में हथियार बरामद किया था.

तस्करी वाले असलहों के प्रकार

नाइन एमएम पिस्टल

.32 की पिस्टल,

.32 की रिवाल्वर

स्टेनगन

कारबाइन

मुंगेर मेड लोकल इंसास

एके-47

सेमी आटोमेटिक राइफल

डबल बैरल मारुति गन

माउजर

असलहों की कीमत

बिहार में खरीद-10 से 13 हजार रुपए

पूर्वांचल समेत बनारस में बिक्री- 18-20 हजार रुपए

अन्य ऑटोमेटेड हथियारों की कीमत 30 से 80 हजार तक

आरोपियों से मिले इनपुट के आधार पर असलहा तस्करों के नेटवर्क को जल्द ही बेनकाब किया जाएगा। साथ ही पिछले एक से दो सालों के इल्लीगल विपेंस स्मगल्र्स की हिस्ट्रीशीट भी खंगाली जा रही है। नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

नीरज पांडेय, एडिशनल एसपी, ग्रामीण

Posted By: Inextlive