आजादी से लेकर अब तक सोने के भाव में आया 530 गुना उछाल 73850 रुपए प्रति केजी बिक रही चांदी


वाराणसी (ब्यूरो)2024 में दुनियाभर में मंदी की आशंका, वेडिंग सीजन में गोल्ड की डिमांड बढऩे से सराफा बाजार में सोने की साप्ताहिक कीमतों में तेजी आई है। वहीं, सिल्वर भी शाइन कर रही है। वाराणसी में रविवार को 24 कैरेट गोल्ड 64,850 रुपए और चांदी 73,850 रुपए प्रति किलोग्राम बिकी। ऐसे में शादी विवाह करने वालों को अतिरिक्त जेब ढीली करनी पड़ रही है। परिवार वाले असमंजस में हैं कि शादी में बिटिया को कंगन का जोड़ा दें या हाथ की अंगूठी या फिर मांग टीका। क्योंकि बढ़ती कीमतों से उनका बजट पॉकेट के बाहर चला गया है। पिछले एक दशक में गोल्ड का रेट इस कदर भाव खा रहा है कि आम पब्लिक के बजट से बाहर हो चला है। आजादी के समय यानि 1947 में गोल्ड का रेट 89 रुपए प्रति दस ग्राम था, जो आज बढ़कर 65 हजार रुपए तक पहुंच गया है।

रेट से परेशान ओंकार

सोने के बढ़ते भाव से भदऊं चुंगी के ओंकार तिवारी परेशान हैं। वह असमंजस में हैं कि बेटी का विवाह कैसे करेंगे। उन्होंने कहार, हमने चूड़ी मांग टीका और झुमका खरीदने के लिए बजट बनाकर रखा था, लेकिन पिछले एक साल में जिस तरह से गोल्ड का भाव बढ़ा है। उसने पूरा बजट ही बिगाड़ दिया है।

सोना ऑल टाइम हाई क्यों

शादी के सीजन से सोने की डिमांड बढ़ी

डॉलर इंडेक्स में कमजोरी आई है

दुनियाभर के केंद्रीय बैंक सोना खरीद रहे

2024 में दुनियाभर में मंदी की आशंका

यूक्रेन-रसिया युद्ध से बढ़ा रेट

सराफा मार्केट से जुड़े एक्सपर्ट का कहना है कि सोने का भाव बढऩे की सबसे बड़ी वजह यूक्रेन और रसिया के बीच वॉर होना है। डॉलर सोने का रेट तय करता है। युद्ध के दौरान डॉलर का रेट बढ़कर 2 हजार तक पहुंच गया था। रही-सही कसर चाइना और अमेरिका के बीच तनातनी ने पूरी कर दी। इन दोनों देशों के बीच इतना अधिक तनाव हुआ कि डॉलर का रेट भी बढ़ गया।

सराफा मार्केट की चमक फीकी

सराफा मार्केट के कारोबारियों का कहना है कि सोने का भाव लगातार बढऩे की वजह से खरीदारी पर असर पड़ रहा है। जिन लोगों ने बेटे और बेटियों की विवाह के लिए दो लाख का बजट बनाया था। वह अब एक से डेढ़ लाख रुपए की ही खरीदारी कर रहे है। विवाह करना जरूरी है। इसलिए ज्वेलरी और आभूषण की खरीदारी करना उनकी मजबूरी है। जबकि भाव बढऩे पर कस्टमर्स को ज्वेलरी के मेकिंग चार्ज पर छूट भी दी जा रही है।

गोल्ड का रेट बढऩे से निवेश करने वालों को फायदा हो रहा है। बेचने वालों को नहीं। गवर्नमेंट को इसके बारे में सोचना चाहिए.

शैलेष वर्मा, अध्यक्ष स्वर्णकार संघ

सोने के भाव तो बढ़ा है, लेकिन उसी में लोग ज्वेलरी की खरीदारी कर अपने बेटे और बेटियों का विवाह कर रहे हैं.

संतोष अग्रवाल, ऑनर, हरे कृष्ण ज्वेलर्स

सोने का भाव जिस तरह से बढ़ रहा है। ऐसे में बेटी का विवाह करना मुश्किल हो जाएगा। सोना अब बजट से बाहर जा रहा है.

सोमनाथ, कस्टमर

सोने की बढ़ती कीमतों की चाल (रुपए प्रति 10 ग्राम में)

ईयर ---- औसत रेेट

1947 -- 89

1964 -- 63

1970 --- 184

1975 --- 540

1980 --- 1333

1985 --- 2130

1990 --- 3200

1995 --- 4680

2000 --- 4400

2005 --- 7000

2010 --- 18,500

2015 ---- 26,345

2016 --- 28,623

2017 --- 29,667

2018 ---- 31,438

2019 ---- 35,220

2020 --- 48,650

2021 --- 48,720

2022 ---- 52,670

2023 ---- 58,270

2024 ---- 64,850

(नोट: रेट वाराणसी सराफा मार्केट के अनुसार हैं.)

Posted By: Inextlive