सोशल मीडिया की दोस्ती लड़कियों को पड़ रही भारी अपना रहीं सुसाइड का रास्ता महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के रोज आ रहे 40 से अधिक केस


वाराणसी (ब्यूरो)लंका निवासी रेनू (काल्पनिक नाम) बनारस के ही एक कॉलेज में पढ़ाई करती है। इंस्टाग्राम पर शिवम (काल्पनिक नाम) से उसकी बात होने लगी। दो-तीन महीने के बाद दोनों ने एक होटल में मिलने का फैसला किया, जहां शिवम ने रेनू की गलत फोटोज खींच ली और बाद में धमकी देने लगा कि यह फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। परिवार व समाज के डर के चलते रेनू ने सुसाइड करने का सोचा। यह तो अच्छा रहा कि रेनू के परिवार वालों को ठीक समय में पूरा मामला पता चल गया और उन्होंने एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी को पूरी बात बताई। एडीसीपी ने रेनू से कई दौर में फोन पर ही वार्ता की और मोटिवेट करते हुए गलत कदम उठाने से रोक दिया। इस तरह रेनू की जान तो बच गई, लेकिन ऐसी तमाम लड़कियां रोज सोशल मीडिया में लड़कों के साथ दोस्ती में फंसकर गलत कदम उठा रही हैं।

17 से 24 की उम्र खतरनाक

सोशल मीडिया की दोस्ती लड़कियों को भारी पड़ रही है। सबसे ज्यादा 17 से लेकर 24 वर्ष की लड़कियां ही लड़कों के साथ प्रेम-प्रसंग में फंसकर मुसीबत में फंस रही हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस तरह के रोज 20 से अधिक केस महिला थाने में आते हैं। ऐसे केस में लड़की के साथ उसके परिवार वालों को भी समझाया जाता है कि वह लड़की को ऐसे समय में न डांटे। ज्यादा से ज्यादा उसकी बात सुनें। इससे लड़की को हिम्मत मिलेगी और इस स्थिति में वह कोई गलत कदम नहीं उठाएगी.

काउंसलिंग है जरूरी

एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी के अनुसार, डेली 40 से अधिक ऐसे केस आते हैं जिसमें महिलाओं के साथ होने वाले अपराध शामिल हैं। इसमें सबसे अधिक केस सोशल मीडिया से दोस्ती के बाद लड़कियों के फोटोज वीडियोज वायरल कर देने की धमकियां मिलने वाले होते हैं। ऐसे केस पर ममता रानी काउंसलिंग करके लड़कियों को समझाती हैं, जिससे वह सुसाइड का रास्ता न अपनाएं।

लिखकर या ऑडियो से भी कंप्लेन

उन्होंने बताया कि जो लड़कियां सामने बोलने में डरती हैं, उनसे लिखकर या ऑडियो भेजने को कहा जाता है, ताकि वह अपनी बात आराम से बता सकें। लड़कियों को काउंसलिंग के दौरान समझाया जाता है कि वह ऐसा कोई रास्ता न अपनाएं जिससे उन्हें परेशानी झेलनी पड़े। अगर वह सारी बात सच बताएंगी तो वह लड़का पकड़ा जाएगा, जिसके बाद लड़की पूरी बात बताती है.

फैक्ट एंड फीगर

40 केस डेली महिला उत्पीडऩ के आते हैैं

1100 केस के करीब महीने में आते हैैं

14,600 केस पिछले साल आए

सोशल मीडिया से दोस्ती के बाद केस

-20 केस से अधिक रोज

-470 से ज्यादा महीने में आए

-4500 केस पिछले साल आए

दो केस से समझिए क्या है पूरा माजरा

केस 1 : लड़की ने की सुसाइड की कोशिश

वाराणसी के राजघाट इलाके की रहने वाली 22 साल की लड़की ने 2 महीने पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम के जरिए अस्सी क्षेत्र पर रहने वाले एक लड़के से दोस्ती की। दोस्ती बढऩे के बाद दोनो के बीच प्यार हुआ और फिर आपसी संबंध स्थापित हो गए। लेकिन, जब बात शादी तक पहुंची तो युवक मुकरने लगा। जिसके बाद लड़की ने पंखे में रस्सी बांधकर सुसाइड करने की कोशिश की। सही समय में घर वालों ने लड़की को देख लिया.

केस 2 : युवती ने फांसी लगाकर दी जान

कुछ ऐसा ही मामला बीते दिनों मंडुवाडीह इलाके में भी सामने आया। यहां 2 साल पहले पश्चिम बंगाल की रहने वाली एक युवती ने वाराणसी के एक युवक से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और फेसबुक के जरिए संपर्क साधा और दोनों मिलने जुलने लगे। बाद में दोनों के बीच रिश्ते बने और दोनों ने शादी भी कर ली, लेकिन आए दिन होने वाले झगड़ों के बाद युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी.

इस समय सोशल मीडिया से दोस्ती होने के बाद लड़कियों को धमकी मिलने के केस रोज आ रहे हैं। लड़कियों को लगातार काउंसलिंग करके समझाया जा रहा है और सोशल मीडिया में दोस्ती के करने के लिए मना किया जा रहा है। धमकी देने वाले लड़कों पर भी तुरंत कार्रवाई की जा रही है.

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Posted By: Inextlive