- बबुरी निवासी इंजीनियर ने तैयार किया एग्रीकल्चर इंफॉर्मेशन सिस्टम

- फसलों की सुरक्षा, खादी पानी की जरुरत को करेगी पूरा, सौर ऊर्जा से करेगा पूरा सिस्टम काम

CHANDAULI: फसलों की सुरक्षा हो या खाद, पानी की जरुरत, या फिर आपका पंम्पिंग सेट बारिश में अपने आप बंद करना हो ये काम बस एक छोटी सी डिवाइस करेगा। बबुरी के एक इंजीनियर संदीप वर्मा ने ऐसी डिवाइस तैयार की है जिससे कई काम आसान हो जाएंगे। इस डिवाइस के जरिए किसानों को कई लाभ मिल सकेंगे। डिवाइस की सबसे खास बात यह है कि फसलों में आग लगने के बाद उसे बुझाने के लिए खेत के पास लगे ट्यूबवेल खुद चालू हो जाएगा और आग पर काबू पाने में सहूलियत मिलेगी। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी कानपुर में इस डिवाइस का लोकार्पण कर चुके हैं। इस डिवाइस को एग्रीकल्चर इंफॉर्मेशन सिस्टम नाम दिया गया है। यह डिवाइस सौर ऊर्जा से काम करेगा।

दस हजार की लागत से तैयार

डिवाइस बनाने वाले संदीप ने बताया कि खुले आसमान के नीचे चलते ट्यूबवेलों की मोटर का बारिश के समय जल जाना किसानों के लिए बड़ी समस्या है। यदि मोटर में इस डिवाइस को लगा दिया जाएगा तो बारिश होते ही ट्यूबवेल की मोटर स्वत: बंद हो जाएगी। इसके अलावा फसल सूखने की स्थिति में डिवाइस की सहायता से ट्यूबवेल चलने लगेगा और खेतों में पानी भर जाएगा। क्0 हजार रुपये की लागत से तैयार यह डिवाइस सूक्ष्म एवं लघु उद्योग द्वारा फंडिग है। फसल में कीट लग रहे हों या या जंगली जानवर घुसपैठ करें तो खेतों के किनारे लगाए गए तारों में करेंट दौड़ने लगेगा। डिवाइस की एक और खास बात यह है कि अधिक उत्पादन के लिए किसानों को सुबह शाम खेतों में खाद नहीं छिड़कना पड़ेगा। बस एक टैंक में कीटनाशक या खाद भर दीजिए और डिवाइस के माध्यम से इसका छिड़काव हो जाएगा। खेतों में जब खाद की जरूरत होगी तो वह पानी में मिलकर पहुंच जाएगा। खेत से दूर गांव में बैठे किसान को मिट्टी में हो रही हर हलचल का न केवल पता चलेगा बल्कि वह बेफिक्र होकर सो भी सकेगा। यानी किसान की मुठ्ठी में पूरा खेत होगा।

ऐसे मिली डिवाइस की प्रेरणा

संदीप वर्मा के पिता संतोष कुमार वर्मा बताते हैं कि खेतों को संदीप ने करीब से देखा है। मध्य प्रदेश में नौकरी के दौरान किसानों की समस्या को देखते हुए यह डिवाइस तैयार की है। वहीं संदीप ने बताया कि इस डिवाइस के पेटेंट के लिए आवेदन कर दिया गया है।

ऐसे काम करेगी डिवाइस

यह डिवाइस माइक्रो प्रोसेसर चिप और सेंसर पर काम करेगी। डिवाइस पूरी तरह सौर ऊर्जा से चलेगी। इसका बैकअप क्ख् घंटे का होगा। सेंसर लगी चिप खेत में लगी होगी जबकि कंट्रोलर ट्यूबवेल में होगा। डिवाइस पूरी तरह किसान के मोबाइल से कनेक्ट होगी। इस डिवाइस में ह्यूमिडिटी सेंसर इरीगेशन सेंसर और मोशन सेंसर लगे हैं। यह सभी सेंसर खेत की हर हलचल पर नजर रखेंगे। एक एकड़ में एक डिवाइस काम करेगी।

Posted By: Inextlive