- काशी विद्यापीठ एकेडमिक काउंसिल ने RTI का प्रेशर कम करने के लिए उठाया कदम

- प्रोफेशनल समेत कई कोर्सेज में लागू होगा क्रेडिट सिस्टम

VARANASI:

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में अब विभिन्न क्लासेज के टॉप टेन स्टूडेंट्स व प्रोफेशनल कोर्सेज की कॉपियां यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड होंगी, ताकि कोई भी स्टूडेंट इन कॉपियों को देख सके। कॉपियों को ऑनलाइन करने के पीछे का मोटिव आरटीआई का प्रेशर कम करना भी है। दरअसल, जनसूचना अधिकार अधिनियम-ख्009 के तहत प्रत्येक महीने में लगभग दस हजार स्टूडेंट कॉपियों का जिरॉक्स कॉपी मांगते हैं।

एडमिशन प्रॉसेस स्टार्ट होने पर मुहर

वीसी डॉ। पृथ्वीश नाग की अध्यक्षता में शनिवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में प्रयोग के तौर पर फाइन आर्ट, पीजीडीसीए, एमसीए, हैंडलूम सांइस कोर्सेज में चॉयस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) लागू करने का डिसीजन लिया गया। वहीं अन्य कोर्सेज में हेड व डीन की सहमति के बाद सीबीसीएस लागू किया जाएगा। कुल मिलाकर प्रयोग सफल होने के बाद अन्य प्रोफेशनल व सेमेस्टर कोर्सेज मे सीबीसीएस लागू होगा। मीटिंग में रिसर्च में एडमिशन प्रॉसेस स्टार्ट करने पर भी सहमति बन गई। वहीं रिसर्च स्कॉलर को कोर्स वर्क की फीस जमा करने की डेट से दो सालों के अंदर थेसिस जमा करना होगी। मीटिंग में रजिस्ट्रार ओम प्रकाश, डीन, हेड सहित अन्य मेंबर्स प्रेजेंट रहे।

बनेंगी दो नई फैकल्टीज

इस समय काशी विद्यापीठ में दस फैकल्टी हैं। अब फाइन आर्ट व परफॉर्मिग आर्ट डिपार्टमेंट को मानविकी संकाय से अलग कर एक नयी फैकल्टी बनाने का डिसीजन लिया गया है। वहीं दूसरी ओर वी वाक कोर्स के लिए भी एक अलग फैकल्टी बनाने की सहमति बनी है। इस तरह से यूनिवर्सिटी में जल्द ही दो नए संकाय बनेंगे।

इन पर भी बनी सहमति

-मेडिकल साइंस फैकल्टी अध्यादेश अनुमोदित

-एग्रीकल्चर साइंस फैकल्टी समिति में एक्सटर्नल मेंबर्स को शामिल करने की स्वीकृति

-यूनिवर्सिटी के टीचर्स को सवेतन रिसर्च यानी सर्विस के साथ पीएचडी करने की छूट। इस अवधि में उन्हें सवेतन स्टडी लीव मिलेगा

-साइंस एंड टेक्नोलॉजी फैकल्टी के अन्तर्गत एमए व एमएससी (होमसाइंस) क्लॉथिंग एंड टेक्सटाइल्स के कोर्स स्टार्ट होंगे

-पीजी संस्कृत के टॉपर्स को अब स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती गोल्ड मेडल भी

-पा‌र्श्वनाथ विद्यापीठ द्वारा दर्शन, इतिहास, संस्कृत व बौद्ध अध्ययन में रिसर्च सेंटर स्थापित करने का प्रपोजल स्थगित

-साइन लैंग्वेज के लिए कमेटी गठित -मेडिकल साइंस फैकल्टी के अंतर्गत यूनानी चिकित्सा डिपार्टमेंट स्टार्ट करने पर सहमति

Posted By: Inextlive