जिंदगी की डोर, रोडवेज बस में है कमजोर
- रोडवेज हेडक्वार्टर के आदेश पर कैंट, काशी और ग्रामीण डिपो में लगा आई चेकअप कैंप
- 57 ड्राइवरों के आंखों की रोशनी पाई गई कम, लंबी रुट की बस चलाने पर लगायी गयी पाबंदीयदि आप रोडवेज बस से जर्नी करते हैं तो ये खबर आप से जुड़ी है। क्योंकि हो सकता है आप जिस बस में सफर कर रहे हों उसमें आपकी जिंदगी की डोर कमजोर नजर वाले ड्राइवर के हाथों में हो। यकीन नहीं हो रहा है ना पर ये सच है। जी हां हाल में हुई रोडवेज बस की दुर्घटना के बाद रोडवेज हेडक्वार्टर ने सभी डिपो में हेल्थ चेकअप कैंप लगाने का आदेश दिया था। जिसके बाद कैंट, ग्रामीण व काशी डिपो के ड्राइवर के लिए लगे आई चेकअप कैंप में 57 ड्राइवरों की नजरें कमजोर पायी गयी। यही नहीं कई ड्राइवर अनफिट भी मिले। इन ड्राइवर्स को लंबी रूट की बस देने पर भी पाबंदी लगाई गई है।
कैंट में सबसे अधिक बीमाररोडवेज के कैंट बस डिपो में सबसे अधिक बीमार ड्राइवर्स-कंडक्टर्स हैं। यहां 110 चालकों में करीब 40 ड्राइवर्स के आंखों की रोशनी कम है। जिनके चश्मे का पावर बढ़ाने की सलाह दी गई। जबकि शुगर व बीपी वालों की संख्या भी 35 के ऊपर पाई गई है। अन्य ड्राइवर्स व कंडक्टर्स भी बीमारियों में जकड़े हुए मिले। डॉक्टर्स ने दवाएं देने के साथ ही नियमित खान-पान पर जोर दिया।
ग्रामीण डिपो में एक दर्जन अनफिट ग्रामीण डिपो के अनुबंधित बस सेवा से जुड़े ड्राइवर्स व कंडक्टर्स की हालत भी कमोबेश कैंट डिपो जैसी है। ग्रामीण के 78 में से 12 चालकों की आंखें गड़बड़ पाई गई। किसी को दूर दृष्टि दोष तो किसी को निकट दृष्टि दोष की शिकायत है। एक दर्जन से अधिक चालक-परिचालक तो शुगर व बीपी से घिरे हुए हैं। जिन्हें उचित परहेज की सलाह दी गयी। काशी में कुछ हैं फिट आंख व हेल्थ चेकअप कैंप काशी डिपो में भी लगाया गया। इसमें आंखों की शिकायत सिर्फ पांच चालकों में पाई गई, जिन्हे तुरंत चश्मा लगाने की डॉक्टर्स ने सलाह दी। वहीं अधिकतर चालक-परिचालकों में शुगर व बीपी की बीमारियां पाई गई। दवाओं के अलावा व्यायाम, नियमित खानपान पर विशेष ध्यान को चिकित्सकों ने सलाह दिया। कुल 80 चालकों का आई चेकअप किया गया। हेडक्वार्टर जाएगी रिपोर्टरोडवेज बनारस डिविजन के सभी डिपो पर आई चेकअप कैंप आयोजित किया जा रहा है। 30 जुलाई तक सभी डिपो से रिपोर्ट मांगी गई है। इसमें पूरा फोकस आंखों की रोशनी पर किया गया है। आई चेकअप से यह जानकारी मिल जाएगी कि ड्राइवर्स-कंडक्टर्स में क्या शिकायतें अधिक कॉमन है। इसे दूर किया जाएगा। मुख्यालय की चश्मों वाले ड्राइवर्स पर विशेष निगहबानी है। आंखों की जांच रिपोर्ट आरएम केके शर्मा रोडवेज हेडक्वार्टर को प्रेषित करेंगे।
डिपो में आई और हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें ड्राइवर, कंडक्टर के अलावा अन्य स्टाफ की जांच की गयी। इसमें डॉक्टर्स ने दवाएं देने के साथ सुझाव भी दिये। जल्द ही रिपोर्ट रोडवेज हेडक्र्वाटर को भेजी जाएगी। केके शर्मा, आरएम एक नजर 110 ड्राइवर है कैंट डिपो में 78 ड्राइवर है ग्रामीण डिपो में 80 ड्राइवर है काशी डिपो में 40 ड्राइवर की आंखे कमजोर पाई गई कैंट डिपो में 12 से अधिक ड्राइवर की आंखे कमजोर मिली ग्रामीण डिपो में 5 से अधिक ड्राइवर को काशी डिपो में चश्में की जरूरत