कोरोना काल में काढ़ा मसालों ने बढ़ाई व्यापारियों की कमाई
-काढ़ा मसालों की मांग बढ़ी तो गरम मसालों के भावों में आई 20 से 25 परसेंट की तेजी
-फुटकर दुकानदार ग्राहकों से वसूल रहे दो से तीन गुना ज्यादा कीमत केस -1 सोनिया निवासी आनंद केशरी अपने कॉलोनी में स्थित जनरल स्टोर के दुकानदार से कपूर और लौंग मांगा। दुकानदार ने पूछा कितना दूं तो पहले उन्होंने रेट पूछा। दुकानदार ने 14 सौ रुपये प्रतिकिलो कपूर और 17 सौ रुपये प्रतिकिलो लौंग का दाम बताया। यह सुनकर उनका माथा ठनका और दुकानदार से किचकिच करने लगे। बोले कि तीन गुना महंगा ऐसे कैसे हो सकता है। आपदा को अवसर में मत बदलो। केस -2विंध्यवासिनी नगर कॉलोनी स्थित जनरल स्टोर पर कॉलोनी के ही योगेश सिंह काली मिर्च खरीदने पहुंचे। रेट सुनकर वे हैरान हो गए। उन्होंने गोला दीनानाथ मसाला मंडी के एक व्यापारी को फोन किया तो व्यापारी ने बताया कि काली मिर्च का भाव 480 रुपये चल रहा है। दुकानदार ने उनसे कहा कि ऐसा है जो रेट बताया है उसी रेट में मिलेगा। न समझ में आये तो मंडी से ही जाकर ले लीजिये।
कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बढ़ते के मामलों से एक बार फिर से काढ़ा मसालों का बाजार गरमाने लगा है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि कोरोना को मात देना तो काढ़ा का सेवन करना होगा। इससे न सिर्फ इम्यूनिटी बढ़ती है बल्कि कोरोना से लड़ने में शक्ति भी मिलती है। यही वजह है कि पिछले साल कोरोना के फर्स्ट वेव में जिस तरह से लोगों ने कोरोना को हारने के लिए काढ़े का इस्तेमाल किया था उसी तरह कोरोना के दूसरे वेव में भी लोग ऐसा ही कर रहे हैं। लोग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इस घरेलू नुस्खे को अपना रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर से हल्दी, लौंग, काली मिर्च, दालचीनी, अजवाइन और कपूर की मांग में इजाफा हुआ है तो भाव में भी उछाल आ गया है। पूर्वांचल की सबसे बड़ी मसाला मंडी गोला दीनानाथ के थोक व्यापारी अनिल केसरी ने बताया कि मांग बढ़ने से इस समय गरम मसाला के भावों में करीब 20 से 25 परसेंट की तेजी आई है। लेकिन इसका बेहिसाब लाभ गली मोहल्ले के दुकानदार उठा रहे हैं।
गरम मसालों का रेट मसाला थोक फुटकर दालचीनी 240-300 350-400 काली मिर्च 480-520 540-580 लौंग 650-700 750-800 अजवाइन 180-200 210-240हल्दी 200-220 230-250
जायफल 750-850 850-900
जीरा 180-200 220-240 धनिया 110-125 130-150 सफेद मिर्च 600-750 650-800 कपूर 800-1000 900-1050 मुलेठी 420-500 450-600 नोट: सभी सामग्रियों के दर प्रतिकिलो में हैं