पंजीकरण व स्टांप विभाग के अनुसार फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में 113920 लाख रुपये का टारगेट दिया गया था जोकि 31 मार्च तक 86944.96 लाख रुपये पूरा हुआ. इस तरह रजिस्ट्री राजस्व में 76.32 परसेंट का टारगेट पूरा हुआ है.

वाराणसी (ब्यूरो)फाइनेंशियल ईयर 2023-24 का द एंड हो गया है। काशी में बसने की होड़ मची है। यहां तेजी से बढ़ रही सुविधाओं के चलते पूर्वांचल सहित देशभर के लोग निवेश करना चाहते हैं। यही कारण है कि यहां जमीन में निवेश तेजी से बढ़ा है। पंजीकरण व स्टांप विभाग के अनुसार, फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में 113920 लाख रुपये का टारगेट दिया गया था, जोकि 31 मार्च तक 86944.96 लाख रुपये पूरा हुआ। इस तरह रजिस्ट्री राजस्व में 76.32 परसेंट का टारगेट पूरा हुआ है। हालांकि वित्तीय वर्ष में 33 फीसदी ज्यादा रजिस्ट्री हुई, वहीं स्टांप बिक्री में भी 54.16 फीसदी का इजाफा हुआ है। रजिस्ट्री कराने के मामले में महिलाएं पुरुष से आगे रहीं.

जमीन लेने वालों की बढ़ी संख्या

व्यापार करने से लेकर घर बसाने के लिए सबसे पहली जरूरत जमीन की होती है। यही कारण है कि यहां जमीन में निवेश तेजी से बढ़ा है। वाराणसी मंडल के चार जिलों वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली में जमीन की रजिस्ट्री के लिए स्टाम्प बिक्री से वित्तीय वर्ष 2018-19 में 928.02 करोड़ रुपए सरकारी खजाने में आए। वर्ष 2022-23 में स्टांप बिक्री से 1430.65 करोड़ रुपए जमा हो गए, जो 54.16 फीसदी ज्यादा है.

महिलाओं को मिलती छूट

महिलाओं के नाम पर संपत्ति लेने में सबसे बड़ा फायदा रजिस्ट्री में मिलने वाली छूट है। बनारस में महिलाओं के नाम पर 10 लाख रुपए तक की संपत्ति की रजिस्ट्री कराने पर स्टांप ड्यूटी में एक फीसदी की छूट मिलती है। अगर संपत्ति का मालिकाना हक पूरी तरह से किसी महिला के नाम पर नहीं है और उसे जॉइंट ओनर बनाया गया हो तो इस स्थिति में रजिस्ट्री में छूट का लाभ नहीं है। हालांकि पारिवारिक विवाद से बचने के लिए भी लोग पत्नी या मां के नाम पर रजिस्ट्री कराते हैं। इस कारण महिलाओं के नाम से रजिस्ट्री कराने का रुझान बढ़ा है। साल 2021-22 में जहां 18,102 रजिस्ट्री महिलाओं के नाम से हुई थीं। वहीं, साल 2022-23 में आंकड़ा बढ़कर 22,665 हो गया। वहीं, साल 2023-24 में यह संख्या 27,405 पहुंच गई.

60-40 का है रेशियो

पंजीकरण व स्टांप विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिले में महिलाओं और पुरुषों के नाम पर रजिस्ट्री का रेशियो 60 और 40 परसेंट है। इस वित्तीय वर्ष में कुल 44,348 रजिस्ट्री हुई, जिनमें महिलाओं के नाम पर 27,405 तो पुरुषों के नाम पर 16,943 रजिस्ट्री हुई.

त्योहारों में हर दिन 400 से ज्यादा रजिस्ट्री

अफसरों का कहना है कि त्योहारी सीजन में सबसे ज्यादा रजिस्ट्री होती है। जैसे की अभी दुर्गापूजा में रोज 400 से ज्यादा रजिस्ट्री हो रही थीं। इन दिनों मकान, फ्लैट, प्लॉट की खरीदी में 80 फीसदी लोग निवेश कर रहे हैं.

इन एरिया में सर्वाधिक निवेश

पूर्वांचल के लोग अपने हिसाब से शहर के बाहर बसना पसंद कर रहे हैैं, ताकि आसानी से वे अपने घर जा सकें। सारनाथ, पहडिय़ा, चांदमारी, हरहुआ, बाबतपुर, रोहनिया, राजातालाब, अखरी बाइपास, रामनगर के अलावा रिंग रोड पर लोग निवेश करना पसंद कर रहे हैैं.

इस तरह बढ़ी महिलाओं की हिस्सेदारी

2021-22 ---- 18,102

2022-23 -----22,665

2023-24 ----- 27,405

(नोट: साल 2023-24 में 44,348 रजिस्ट्री कुल हुईं। इनमें 16,943 रजिस्ट्री पुरुषों के नाम हुईं। शेष महिलाओं के नाम रहीं.)

रजिस्ट्री राजस्व में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस साल 76 परसेंट से अधिक का टारगेट पूरा हुआ है। महिलाओं के नाम पर रजिस्ट्री कराने पर छूट मिलती है। इस कारण लोग महिलाओं के नाम पर ज्यादा रजिस्ट्री करवाते हैैं.

धीरेन्द्र कुमार सैनी, सहायक आयुक्त स्टांप, वाराणसी

Posted By: Inextlive