एमडीआर टेस्ट के लिए नहीं करना होगा इंतजार
-जिला व मंडलीय अस्पताल में लगेगी सीबी नॉट मशीन, टीबी मरीजों की मुफ्त में होगी जांच
-अभी तक बीएचयू के सर सुन्दर लाल चिकित्सालय में ही है यह सुविधा VARANASI अब एमडीआर टीबी के मरीजों को जांच के लिए बीएचयू के सर सुन्दर लाल चिकित्सालय जाना नहीं होगा। स्वास्थ्य विभाग मंडलीय व डिस्ट्रिक हॉस्पिटल में कार्टिज आधारित न्यूक्लिक एसिड एम्पलिफिकेशन टेस्ट यानी (सीबी नॉट) मशीन लगाएगा। दोनों हॉस्पिटल में मशीनें भेज दी गई हैं। अगले माह से यहां इस सुविधा की शुरुआत हो जाएगी। अधिकारियों की माने तो यह फैसला एमडीआर टीबी के मरीजों का दर्द कम करने के लिए लिया गया है। इस मशीन के माध्यम से लोगों को स्क्रीनिंग स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध करायी जाएंगी। सिर्फ बीएचयू में है सीबी नॉट अभी तक जिले में यह सुविधा सिर्फबीएचयू के सर सुन्दर लाल चिकित्सालय में ही उपलब्ध है। जिसके चलते मंडलीय व डिस्ट्रीक हॉस्पिटल के टीबी डिपार्टमेंट में आने वाले मरीजों को बीएचयू जाना पड़ता है। यहां मरीजों को जांच रिपोर्ट लेने के लिए 15 दिन से ज्यादा का इंतजार करना पड़ता है।
क्या है सीबी नॉटसीबी नॉट तेजी से उपलब्ध कराने वाला एक आणविक परीक्षण है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस और राइफैम्पिसिन ड्रग के प्रतिरोध का साथ ही साथ पता लगाता है। यह परीक्षण पूरी तरह से स्वचालित है और दो घंटे के अंदर रिपोर्ट तैयार करता है।
ये होगा फायदा -बीएचयू में स्थापित एकमात्र सीबी नॉट मशीन की वजह से लगने वाली भीड़ होगी कम -रोगों के उचित निदान और रोकथाम में काफी मदद मिलेगी -15 दिन के बजाए एक दिन में मिल जाएगी रिपोर्ट -मरीजों को नहीं देना होगा कोई शुल्क 4000 से अधिक हैं डिस्ट्रिक्ट में टीबी रोगी 162 से अधिक हैं एमडीआर पेशेंट 40 डीएमसी सेंटर है संचालित 500 हैं डॉट्स सेंटर 10 एनजीओ भी कर रहे हैं काम -16 लाख रुपये कीमत है एक सीबी नॉट मशीन की -5000 रुपये प्रति टेस्ट कीमत है प्राइवेट अस्पतालों में सीबी नॉट मशीन से किये गए जांच की सीबी नॉट मशीन विशेष रूप से एमडीआर टीबी के निदान में सुधार करेगी। यह रोग के निदान का सबसे तेज तरीका है। हॉस्पिटल में मशीन आ चुकी है। अगले से मरीजों की इसका लाभ मिलने लगेगा। डॉ। अरविंद सिंह, एमएस, मंडलीय हॉस्पिटल