-काशी विद्यापीठ के लॉ डिपार्टमेंट में हुआ वर्कशॉप

महिला-पुरुष के बीच ¨लग-भेद नहीं होना चाहिए। महिलाओं को सदैव सम्मान की दृष्टि से देखा जाना चाहिए। महिलाओं को भी अपनी शक्ति पहचाननी होगी। सशक्त होने के लिए स्वयं पर भरोसा बेहद जरूरी है। काशी विद्यापीठ के विधि विभाग में रविवार को आयोजित 'वाराणसी मंडल के न्यायालयों में महिला अधिवक्ताओं की परिस्थिति का अध्ययन' विषयक दो दिवसीय वर्कशॉप के इनॉगरेशन सेशन का यही निष्कर्ष रहा। चीफ गेस्ट मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण (चंदौली) के पीठासीन अधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि न्यायालयीय कार्यो में पहले सिर्फ पुरुष वर्ग का एकाधिकार था लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं। हालांकि न्यायिक सेवाओं में अब भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व बहुत कम है।

विशिष्ट अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सुधा सिंह ने कहा कि महिलाओं को स्वयं पर भरोसा करना होगा। अपने अधिकारों को लेकर सचेत रहने की जरूरत है। अध्यक्षता करते हुए वीसी प्रो। टीएन सिंह ने कहा कि महिलाओं को सशक्त होने के लिए अपने आत्मविश्वास में वृद्धि करनी होगी। वर्तमान समय में महिलाएं सशक्त तो हैं लेकिन अभी और जागरूकता की आवश्यकता हैं। स्वागत विभागाध्यक्ष व संकायाध्यक्ष प्रो। रंजन कुमार, संचालन आश्रया दुबे व धन्यवाद ज्ञापन डॉ। शिल्पी गुप्ता ने किया।

Posted By: Inextlive