शायद उत्तराखंड में ऐसा पहला मौका होगा जब आपको महिलाएं गंगा की उफनती लहरों से एडवेंचर स्पोट्र्स की न केवल इबारत लिखती हुई नजर आएंगी। बल्कि खुद देश-दुनिया से आने वाले एडवेंचर टूरिस्ट के लिए बतौर गाइड का रोल प्ले करते हुए दिखेंगी। दावा तो ये भी है कि महिलाएं इसके साथ खुद आत्मनिर्भर बनकर एडवेंचर टूरिज्म में कदम बढ़ाएंगी।

देहरादून (ब्यूरो) उत्तराखंड में एडवेंचर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। अब तो पिछले कई सालों से रिवर राफ्टिंग पसंदीदा बन गया है। स्थिति ये है कि हर साल यहां देश-दुनिया के लाखों की तादात में एडवेंचर टूरिस्ट राफ्टिंग के लिए पहुंच रहे हैं। वर्ष 2022 के आंकड़े बताते हैं कि ऋषिकेश से लेकर ब्यासी तक होने वाले राफ्टिंग के लिए 3.99 लाख टूरिस्ट ने रॉफ्टिंग का लुत्फ उठाया। लगातार बढ़ रही डिमांड और संभावनाओं को देखते हुए उत्तराखंड टूरिज्म डेवलेपमेंट बोर्ड ने अब पहली बार उत्तराखंड में नारी नौका कोर्स 2024 का संचालन किया है।

महिलाओं के लिए एडवेंचर कोर्स
ये कोर्स स्पेशली महिलाओं के लिए तैयार किया गया। जिससे महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बन सके, बल्कि आने वाले दिनों में वे बतौर गाइड की भूमिका भी आगे आ सके। टूरिज्म डिपार्टमेंट का कहना है कि राफ्टिंग का शौक रखने वाले महिलाएं जब राफ्टिंग के लिए पहुंचेंगी, महिला गाइड को देखते हुए वे महिलाओं को ही राफ्टिंग कराने में प्राथमिकता देंगी। टूरिज्म डिपार्टमेंट की ओर से ये स्पेशल 5 दिवसीय कोर्स 26 से शुरू होकर 30 मार्च तक संचालित किया जा रहा है। इस कोर्स का नाम महिला व्हाइट वाटर राफ्टिंग गाइड प्रशिक्षण दिया गया है।

गंगा में हो रहा है संचालन
सचिव टूरिज्म व सीईओ उत्तराखंड टूरिज्म डेवलेपमेंट बोर्ड सचिव कुर्वे के अनुसार एडवेंचर टूरिज्म एडवेंचर टूरिज्म के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाए जाने के उद्देश्य से गंगा नदी में नारी नौका कोर्स का संचालन किया जा रहा है।

टेस्ट पास करने के बाद मुहर
उत्तराखंड टूरिज्म डेवलेपमेंट बोर्ड के डायरेक्टर के अनुसार कोर्स, उसके बाद इंटर्नशिप कराया जाएगा। आखिर में डिपार्टमेंटल कमेटी का गठन किया जाएगा। ये कमेटी इन पार्टिसिपेंट्स का टेस्ट एग्जाम लेगी। उसके बाद ऐसे पार्टिसिपेंट्स को एज ऐ रीवर गाइड के तौर पर उत्तराखंड टूरिज्म डिपार्टमेंट की मुहर लग जाएगी।

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Posted By: Inextlive