बीमारियों का खजाना दून का ड्रिकिंग वाटर
- स्पैक्स संस्था ने जारी की दून की एनुअल वाटर क्वालिटी रिपोर्ट
- 84.4 परसेंट वाटर सैंपल में मिले खतरनाक बैक्टीरिया - पानी की क्लोरीनेशन में भी बरती जा रही लापरवाही देहरादून, देहरादून के ज्यादातर इलाकों में रहने वाले लोग पानी के साथ कई तरह की बीमारियां पी रहे हैं। स्पैक्स संस्था की एनुअल वाटर क्वालिटी रिपोर्ट-2020 की रिपोर्ट बताती है कि ज्यादातर लोकेशंस के पानी में टोटल कॉलीफार्म और फीकल कॉलीफार्म की मात्रा नॉमर्ल से बहु़त ज्यादा है। इन बैक्टीरिया से कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा सिटी और आसपास के लोकेशंस में सप्लाई किये जा रहे पानी की क्लोरीनिंग में भी लापरवाही बरती जा रही है। स्पैक्स की 25वीं वाटर रिपोर्टसोसायटी ऑफ पॉल्यूशन एंड एनवायरमेंटल कंजर्वेशन साइंटिस्ट्स -स्पैक्स- संस्था पिछले 25 वर्षो से लगातार वाटर टेस्ट रिपोर्ट जारी करती रही है। संस्था सिटी और आसपास के लोकेशंस से वाटर सैंपल लेकर अपनी लैब में टेस्ट करती है। यह लैब सेंट्रल गवर्नमेंट के साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट द्वारा अप्रूव्ड है। रिपोर्ट तैयार करके संस्था राज्य सरकार के संबंधित विभागों को जरूरी सुझाव के साथ सबमिट करती है।
84.4 परसेंट सैंपल में बैक्टीरियासंस्था की इस वर्ष की रिपोर्ट के अनुसार सिटी और आसपास के लोकेशंस से कुल 126 सैंपल कलेक्ट किये गये। इनमें से 106 यानी 84.4 सैंपल्स में टोटल कॉलीफार्म और फीकल कॉलीफार्म जैसे खतरनाक बैक्टीरिया पाये गये हैं। पैरामीटर्स के अनुसार पीने के पानी में फीकल कॉलीफार्म की मौजूदगी जीरो होनी चाहिए। लेकिन, सिटी के 106 सैंपल्स में फीकल कॉलीफार्म की मौजूदगी 8 से 16 पर 100 मिली तक पाई गई। पानी में टोटल कॉलीफार्म की मौजूदगी 10 प्रति 100 मिली से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, जबकि दून के वाटर सैंपल में इसकी मौजूदगी 28 पर 100 मिली तक मिली।
हार्डनेस (मिली प्रति लीटर) जोहड़ी - 890 मिली ननूरखेड़ा - 252 मालसी- 537 सिनौला - 820 विजयपुर - 840 दून विहार - 565 राजपुर - 535 किशनपुर - 561 काठ बंगला नई बस्ती- 543 कैनाल रोड - 761 निरंजनपुर मंडी -572 कांवली रोड - 550 यहां का पानी सेफ नहीं जोहड़ी गांव दून विहार राजपुर किशनपुर कैनाल विजय कॉलोनी चिड़ोवाली डीएल रोड भंडारी बाग विद्या विहार अजबपुरकलां अंसारी मार्ग शिमला बाईपास सहस्रधारा रोड तरला आमवाला मोथरावाला नेहरू कॉलोनी न्यू पटेलनगर मद्रासी कॉलोनी गांधी ग्राम अपर तुनवाला कैलाशपुर पित्थूवाला यहां का पानी सेफ आशिमा विहार रायपुर रामनगर शिवलोक कॉलोनी लोहारवाला इंदिरानगर बल्लीवाला पंडितवाड़ी वसंत विहार ग्रीन पार्क चमनपुर झंडा बाजार राजपुर रोडक्लोरीनेशन में भी लापरवाही
दून में पीने के पानी का सोर्स ट्यूबवेल और नैचुरल हैं। इन दोनों सोर्स से मिलने वाले पानी का क्लोरीनेशन करके सप्लाई किया जाता है। दावा किया जाता है कि क्लोरीनेशन के बाद दोनों सोर्स का पानी पीने योग्य हो जाता है, लेकिन इसमें भारी लापरवाही बरती जा रही है।
क्लोरीनेशन टेस्ट पैरामीटर्स 0.2 मिग्री पर लीटर - 32 सैंपल्स में क्लोरीन 0.4 से 0.8 - 36 सैंपल्स में क्लोरीन की मात्रा 0.2 से कम - 32 सैंपल में क्लोरीन की मात्रा जीरो इन डिजीज का खतरा पीलिया, पोलियो, गैस्ट्रो इंस्ट्राइस्टिस, जुकाम, किडनी डिजीज, अतिसार, पेचिस, मियादी बुखार, हैजा, डायरिया, खांसी, टीबी, पायरिया, मलेरिया, अमीबियोसिस, फाइलेरिया, हाइड्रेटिड सिस्ट। ----- हमारी संस्था जन-जन को शुद्ध जल अभियान के तहत पिछले 25 वर्षो से जून और जुलाई के महीनों में सैंपल लेकर टेस्ट करती है। इस बार 10 जून से 10 जुलाई तक सैंपल कलेक्ट किये गये। टेस्ट रिपोर्ट सभी संबंधित विभागों में भी सबमिट की जाती है। डॉ। बृजमोहन शर्मा, अध्यक्ष स्पैक्स।