अजय चुनौतियों के बीच पराजय!
आई-स्पेशल
एक साल में अजय भट्ट नहीं छोड़ पाए गहरी छाप -सामने हरीश रावत जैसे मजबूत प्रतिद्वंदी से भी राह रही कठिन -संगठन में नहीं बन पाई पैंठ, खासकर गढ़वाल कमजोरDEHRADUN: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया है। अपने कार्यकाल के दूसरे वर्ष में प्रवेश करते वक्त उनके सिर पर बीजेपी की उम्मीद का बड़ा बोझ रखा हुआ है। आने वाले दिनों में ही चुनावी महासंग्राम होना है। बीते साल जिस तरह सियासी संग्राम में बीजेपी पिटी, उसका अपयश भले ही उत्तराखंड से लेकर दिल्ली में बैठे नेताओं के बीच भी बंटा, लेकिन अध्यक्ष होने के नाते अजय भट्ट की भी स्थिति कमजोर हुई। पार्टी संगठन में चमकने का भट्ट के पास स्वर्णिम अवसर था, जबकि पार्टी अध्यक्ष होने के साथ ही साथ नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी भी उनके पास थी, लेकिन वह कहीं न कहीं चूके हुए ही दिखाई दिए।
सबको साथ लेकर नहीं चल पाएअजय भट्ट पार्टी के कई कार्यक्रमों के दौरान अलग-थलग दिखाई दिए। पार्टी के स्थापित नेताओं के समर्थकों ने भट्ट को भरपूर सहयोग नहीं किया। पार्टी में दूसरी पंक्ति के सबसे अहम नेता के तौर पर उभरने के लिए हालांकि बीजेपी हाईकमान ने उन्हें पूरा मौका दिया। तीरथ सिंह रावत के कार्यकाल में आई शिथिलता को कई मौकों पर तोड़ने में भट्ट सफल भी रहे, लेकिन जितनी अपेक्षा उनसे थी, वे फिलहाल एक साल में उतना नहीं कर पाए हैं। कुमाऊं मंडल में कार्यकर्ताओं के बीच पैठ बढ़ाने में वह थोड़ा बहुत सफल रहे, लेकिन गढ़वाल मंडल में आज भी कार्यकर्ताओं का उन्हें साथ हासिल नहीं है।
भारीभरकम हरदा, ऊपर से संग्राम अजय भट्ट के खिलाफ ये परिस्थितियां भी गई, जहां पर उनका सीधा मुकाबला हरीश रावत जैसे धुरंधर खिलाड़ी से रहा। भट्ट की हर बार हरीश रावत ने काट तलाशी, नतीजतन विपक्ष उन्हें समुचित घेर नहीं पाया। इन स्थितियों के बीच, मार्च में सियासी संग्राम जैसी विकट परिस्थितियों में सारी बागडोर हाईकमान ने अपने हाथ में ली, तो ये ही संदेश गया कि उत्तराखंड यूनिट में दम नहीं है। भट्ट जी की अगुवाई में पार्टी लगातार आगे बढ़ रही है। आज प्रदेश में परिवर्तन की लहर चल रही है। भट्ट जी कुशलता से संगठन को मजबूत कर रहे हैं। -ज्योति प्रसाद गैरोला, प्रदेश उपाध्यक्ष, बीजेपी। -अजय भट्ट जी के एक साल के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि ये रही है कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का माहौल बन चुका है। -डा देवेंद्र भसीन, प्रदेश मीडिया प्रभारी, बीजेपी।