राज्य में लगभग 25 लाख बिजली उपभोक्ताओं को एक बार फिर बिजली दरों का झटका लगा है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग यूईआरसी ने घोषणा करते हुए बताया कि प्रदेश में बिजली के दाम 9।64 परसेंट तक बढ़ाए गए हैं।

- फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के लिए 9.64 परसेंट बढ़ी दरें
- यूईआरसी ने की नए टैरिफ की घोषणा, एक अप्रैल से लागू होंगी नई दरें

देहरादून (ब्यूरो): बिजली की मार आम उपभोक्ताओं पर ज्यादा पड़ी है। उद्योगों को फौरी राहत दी गई है। प्रदेश में बिजली दरों में पिछले कई साल बाद बेतहाशा वृद्धि की गई है। पिछले साल मार्च में 2.68 परसेंट बिजली दरें बढ़ाई गई थीं। इसके बाद अक्टूबर में सरचार्ज बढ़ाया गया। बीते वर्ष की तुलना में बिजली के दाम में कुल करीब पौने 10 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।

डोमेस्टिक कैटेगरी में भारी इजाफा
नियामक आयोग ने इस बार केवल घरेलू श्रेणी में भारी बढ़ोत्तरी की है। डोमेस्टिक कंज्यूमर्स की दरों में 3.44 परसेंट का इजाफा किया गया है। करीब 25 से 30 पैसे प्रति यूनिट की दर से अब अधिक देना पड़ेगा। जबकि बीपीएल और स्नोबाउंड कंज्यूमर्स को भी अब 10 पैसे प्रति यूनिट अधिक देने होंगे। हालांकि, बड़े उद्योगों को नए टैरिफ में फौरी राहत दी गई है।

मत्स्य पालकों को राहत
प्रदेश के मत्स्य पालकों के लिए भी राहत है, उन्हें अब कॉमर्शियल के स्थान पर एग्रीकल्चर कैटेगरी में विद्युत सेवा मिलेगी। समय पर भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं के लिए रिबेट भी बढ़ाई गई है। हालांकि, बीते एक वर्ष में दरों में की गई भारी वृद्धि से उपभोक्ताओं की जेब पर भार बढ़ गया है।

पिछले वित्तीय वर्ष में 3 बार बढ़े रेट
नियामक आयोग की ओर से वित्तीय वर्ष 2022-23 में पूर्व में ही तीन बार दरों में वृद्धि का अनुमोदन कर दिया गया था। जिससे बिजली के रेट पहले ही काफी बढ़े थे। इसके बाद भी1.79 प्रतिशत इजाफा और कर दिया गया है।

17 परसेंट बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव
ऊर्जा निगम ने नए वित्तीय वर्ष 2023-24 में 7.72 प्रतिशत दर वृद्धि और करीब साढ़े 6 प्रतिशत सरचार्ज वृद्धि को जारी रखते हुए 16 प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था। इसके अलावा यूजेवीएनएल और पिटकुल की ओर से भी 12 प्रतिशत से अधिक वृद्धि का प्रस्ताव था। प्रस्ताव का अध्ययन और आंकड़ों का विश्लेषण कर नियामक आयोग ने नए टैरिफ की घोषणा कर दी।

टैरिफ के मुख्य प्वाइंट
- डोमेस्टिक कंज्यूमर्स को 25 से 30 पैसे प्रति यूनिट देने होंगे ज्यादा
- उद्योगों को देना होगा 60 से 80 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा
- पिछले साल के सापेक्ष 9.64 प्रतिशत की गई वृद्धि
- 4 लाख बीपीएल के लिए 10 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी
- देय तिथि से पहले बिल का डिजिटल भुगतान करने पर 1.50 परसेंट की छूट।
- प्राइवेट नलकूप का बिल एक माह में जमा कराने पर 5 प्रतिशत की छूट।
- उद्योगों को औसत 18 घंटे विद्युत आपूर्ति न होने पर बिल में 20 परसेंट छूट

बिजली खरीद लागत और अन्य खर्चों के सापेक्ष 2023-24 के लिए 13.25 वितरण हानि के आधार पर बिजली की दरों में न्यूनतम बढ़ोत्तरी की कई है। यूपीसीएल का 16.69 प्रतिशत बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव था, जिसे कम कर 9.64 प्रतिशत किया गया है।
डीपी गैरोला, चेयरमैन, यूईआरसी

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Posted By: Inextlive