एक करोड़ एलईडी बल्बों से बचेगी 175 करोड़ की बिजली
DEHRADUN: राज्य सरकार एक करोड़ एलईडी बल्बों का वितरण करेगी। जिसके जरिए करीब 175 करोड़ रुपए की ऊर्जा बचत का अनुमान है। यदि राज्य के सभी परिवार एलईडी बल्बों का उपयोग करें तो कई सौ करोड़ रुपए की ऊर्जा की बचत हो सकती है। यह बात सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उरेडा के तत्वावधान में आयोजित ऊर्जा संरक्षण दिवस के कार्यक्रम में कही।
उजाला मित्र योजना का शुभारंभथर्सडे को ओएनजीसी ऑडिटोरियम में उरेडा के तत्वावधान में ऊर्जा संरक्षण दिवस में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने एक करोड़ एलईडी बल्ब बांटने का लक्ष्य रखा है। इस कार्य में महिला स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस मौके पर सीएम ने उजाला मित्र योजना का शुभारंभ किया और उरेडा की ऊर्जा संरक्षण पुस्तिका का भी विमोचन किया। सीएम ने ऊर्जा संरक्षण पर आधारित तमाम प्रतियोगिताओं के विजेता स्टूडेंट्स को सम्मानित किया। सीएम ने ऊर्जा दक्ष उपकरणों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। सीएम ने कहा कि एलईडी बल्बों के वितरण से ऊर्जा की बचत होगी। बचत की धनराशि का प्रयोग शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे कई सामाजिक कार्यो में किया जाएगा। ऊर्जा की बचत होने से गरीबों को निशुल्क बिजली देने पर भी विचार किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि पिरूल से बायोफ्यूल तैयार करने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। कार्यक्रम में विधायक गणेश जोशी व ऊर्जा सचिव राधिका झा ने भी संबोधित किया। ऊर्जा संरक्षण दिवस पर राज्य के तमाम शहरों से आए स्टूडेंट्स के बीच ऊर्जा संरक्षण विषय पर चित्रकला, क्विज, निबंध व ऊर्जा ऑडिट प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।
समूहों के सदस्यों के साथहस्ताक्षर उजाला कार्यक्रम के तहत सूबे में एक करोड़ एलईडी बल्बों के वितरण की योजना है। इसके लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कार्यरत महिला स्वयं सहायता समूहों का सहयोग लिया जाएगा। इस मौके पर ईईएसएल द्वारा पिथौरागढ़, पौड़ी, हरिद्वार, उलरकाशी व देहरादून से आई महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समूहों की ऐसे होगी आयशहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा एलईडी बल्ब व ऊर्जा उपकरणों का वितरण किया जायेगा। मार्जिन मनी देने के साथ ही लक्ष्य को समय पर पूरा करने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों को उजाला मित्र के रूप में प्राइज दिए जाएंगे। इससे समूहों को आय प्राप्त होगी। समूहों को एलईडी बल्ब की बिक्री पर 10 रुपए प्रति बल्ब, एलईडी लाइटों की बिक्री पर 15 रुपए प्रति लाइट व ऊर्जा दक्ष पंखों की बिक्री पर 56 रुपए प्रति पंखे की दर से धनराशि दी जाएगी।