चुनावी महापर्व को सफल बनाने में सबसे अहम योगदान वोटर्स का होता है. अगर वोटर्स ही घर से नहीं निकलेंगे तो लोकतंत्र के इस महापर्व को सफल नहीं बनाया जा सकता है. कुछ इसी थीम पर वर्क करते हुए इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने वोटर्स को मोटिवेट करने की मुहिम शुरू की है.


उत्तराखंड के आईकॉनपांच प्रदेशों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दो आईकॉन सलेक्ट किए गए हैं। ये हैं फॉर्मर प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम और इंडियन क्रिकेट टीम के कैप्टन महेंद्र सिंह धौनी। उधर, यूनियन कैबिनेट ने भी 25 जनवरी को हर साल वोटर्स डे के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। वोटर्स डे का टैग लाइन है। प्रॉउड टू बी ए वोटर, रेडी टू वोट। इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के निर्देश पर उत्तराखंड की मुख्य चुनाव अधिकारी राधा रतूड़ी की टीम ने भी उत्तराखंड के स्टेट आईकॉन का सलेक्शन कर लिया है। स्टेट आईकॉन के तौर पर प्रख्यात पर्यावरणवीद् सुंदर लाल बहुगुणा और माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली प्रथम महिला बछेंद्री पाल को प्रस्तुत किया गया है। रिकॉर्ड हुए हैं वॉयस और वीडियो


स्टेट आईकॉन सुंदर लाल बहुगुणा और बछेंद्री पाल द्वारा उत्तराखंड के लोगों को वोट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इन दोनों आईकॉन की वोटिंग अपील को रिकॉर्ड किया गया है। यह रिकॉर्डेड वॉयस टीवी और रेडियो के माध्यम से उत्तराखंड के सीमांत गांवों तक पहुंचाया जाएगा। इन दोनों आईकॉन के वीडियो भी तैयार किए गए हैं जिसमें ये वोटिंग अपील करते दिखेंगे। ये रिकॉर्डेड वीडियो लोकल केबल द्वारा हर क्षेत्र में पहुंचाया जाएगा।

क्या है आईकॉन मैसेज
दरअसल लास्ट एसेंबली इलेक्शन में भी उत्तराखंड में वोटिंग का परसेंटेज 59.45 परसेंट तक ही पहुंच पाया था। अदर स्टेट्स में भी एसेंबली इलेक्शन की कमोबेश यही स्थिति थी। इस बार चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी की है। इसी तैयारी के तहत सेंट्रल लेबल पर फॉर्मर प्रेसीडेंट डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और महेंद्र सिंह धौनी को आईकॉन बनाया गया, जबकि सभी स्टेट को निर्देश दिए गए कि वे अपने स्टेट के दो आईकॉन सलेक्ट करें। उत्तराखंड के दोनों आईकॉन ने अपने रिकॉर्डेड संदेश में वोटर्स से अपील की है कि वे जरूर वोट करें। अगर वो वोट करेंगे तो लोकतंत्र मजबूत होगा।

Posted By: Inextlive