-2014, 2015, 2016 तीन सालों में जिलेवार हुई नियुक्ति की लिस्ट तलब

-सीटीईटी से भर्ती हुए शिक्षक भी एसआईटी के रडार पर

DEHRADUN:

फर्जी तरीके से शिक्षा विभाग में नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों पर एसआईटी एक बार फिर से नकेल कसने जा रही है। अबकी बार एसआईटी ने ख्0क्ब्, ख्0क्भ्, ख्0क्म् तीन सालों में जिलेवार हुई लिस्ट भी तलब की है। इसके साथ ही एसआईटी की रडार पर सीटीईटी प्रमाण पत्र वाले शिक्षक भी हैं।

आपको बता दें कि शासकीय व अशासकीय स्कूलों में वर्ष ख्0क्ब् से ख्0क्म् के बीच हुई भर्ती में फर्जीवाड़े की शिकायत के बाद शिक्षा मंत्री ने एसआईटी की जांच बैठाई। जिसके बाद एसआईटी टीम की प्रभारी श्वेता चौबे के नेतृत्व में फ्00 से ज्यादा शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की। सबसे ज्यादा शिकायतें अशासकीय स्कूलों की मिली। जिसके बाद एसआईटी ने फर्जी तरीके से भर्ती हुए कई शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखा। सबसे पहले कार्रवाई करते हुए बीईओ डोईवाला ने हर्रावाला के स्कूल में नियुक्त ब् शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। एसआईटी प्रभारी श्वेता चौबे ने बताया कि ऐसे ही एक अन्य प्रकरण में हरिद्वार के एक शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र भेजा जा रहा है। जबकि 8 शिक्षक पहले ही सस्पेंड किए जा चुके हैं। श्वेता चौबे ने बताया कि एसआईटी एक एक कर तीनों साल में हुई नियुक्तियों की जांच करेगी। संख्या अधिक होने की वजह से जांच में समय लग सकता है।

सीटीईटी की भी होगी जांच

प्राथमिक और जूनियर स्कूलों में फर्जी शिक्षकों के चेहरे बेनकाब करने के बाद एसआईटी की रडार पर सीटीईटी प्रमाण पत्र वाले शिक्षक भी हैं। एसआईटी प्रभारी श्वेता चौबे ने बताया कि पहले ख्0क्म् फिर ख्0क्भ् और आखिर में ख्0क्ब् में हुई नियुक्ति की जांच करने के बाद एसआईटी केन्द्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा यानि सीटीईटी के प्रमाण पत्रों की भी जांच करेगी।

साल ख्0क्म्, ख्0क्भ्, ख्0क्ब् में क्रमश: शिक्षा विभाग में हुई शिक्षकों की भर्ती की जांच की जाएगी। संख्या ज्यादा होने की वजह से एक-एक साल की जिलेवार लिस्ट को चेक किया जाएगा। इसके बाद सीटीईटी के प्रकरण को भी देखा जाएगा।

श्वेता चौबे, एसआईटी प्रभारी

Posted By: Inextlive