उत्तराखंड की मेजबानी में हो रही 19 वीं ऑल इंडिया फॉरेस्ट मीट में इस बार उत्तराखंड का टैंपो हाई रहा. पहले तीन दिन तक तमिलनाडु से टफ कॉम्पिटीशन के बाद लास्ट डे छत्तीसगढ़ ने भी उत्तराखंड को कड़ी चुनौती दी लेकिन छत्तीसगढ़ से 8 प्वाइंट्स ज्यादा बटोर कर उत्तराखंड ने चैंपियनशिप पर कब्जा जमाया.


उत्तराखंड ने कब्जाई ट्रॉफी मेडल टेली में पहले दिन से फस्र्ट पोजीशन पर जमे रहने के बाद उत्तराखंड ने आखिरी दिन 213 प्वाइंट्स और 53 मेडल्स के साथ फस्र्ट पोजीशन पर अपनी जगह बनाए रखी। टीम इवेंट में अच्छी परफॉर्मेंस से छत्तीसगढ़ सेकेंड पोजीशन पर पहुंच गया। लास्ट डे इवेंट में छत्तीसगढ़ 205 प्वाइंट्स और 54 मेडल्स के साथ सेकेंड पोजीशन पर पहुंच गया, जबकि एक बड़े फेरबदल में मंडे तक 43 मेडल्स के साथ सेकेंड पोजीशन पर चल रही तमिलनाडु की टीम ट्यूजडे को चौथे पोजीशन पर चली गई। अगली मीट आंध्र प्रदेश या हिमाचल में होगी। पहले छत्तीसगढ़ बना चैंपियन!
ऑल इंडिया फॉरेस्ट मीट में ऑर्गनाइजर और टीमों में गलतफहमियों के चलते चैंपियनशिप ट्रॉफी फुटबॉल बनकर रह गई। दरअसल लास्ट डे इवेंट के रिजल्ट में कंट्रोल रूम और टीम मैनेजर के बीच दिनभर कंफ्यूजन का दौर चलता रहा, जिसके चलते चीफ गेस्ट गवर्नर मागे्र्रट आल्वा ने छत्तीसगढ़ को ट्रॉफी दे दी और स्टेज से भी एनाउंस कर दिया गया। इससे ऑर्गनाइजिंग कमेटी की जमकर फजीहत हुई।Timely feed नहीं हो पाया data


दरअसल ट्यूजडे को लास्ट फाइनल इवेंट की रिपोर्ट कंट्रोल रूम में इवनिंग में ही पहुंची, जबकि ये इवेंट लंच से पहले ही हो चुके थे। ऐसे में छत्तीसगढ़ के प्लेयर्स अपने प्वाइंट्स जुड़वाने के लिए कंट्रोल रूम पहुंच गए और प्वाइंट्स जुड़ भी गए। तभी चीफ गेस्ट गवर्नर माग्र्रेट आल्वा क्लोजिंग सेरेमनी में पहुंच गई। ऐसे में ऑर्गनाइजर को छत्तीसगढ़ को विनर घोषित करना पड़ा, लेकिन देर शाम सात बजे जब रिकार्ड से माक्र्स टेली किए गए, तो फिर उत्तराखंड ही विनर निकला।Players को बुलाया वापससही रिजल्ट पता चलने के बाद अचानक ही उत्तराखंड की टीम को बुलाया और इसके बाद उत्तराखंड को ट्रॉफी देने के बाद एक बार फिर मैदान पर पटाखे फूटने लगे। लेकिन ऑफिशियल्सय की इस लापरवाही से प्लेयर्स खासे नाराज दिखे। देर रात हुए इम्प्रूवमेंट के बाद उत्तराखंड की टीम की फोटोग्राफ्स भी नहीं हो पाए। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के सीनियर ऑफिसर राजीव बरतरी ने बताया कि डेटा टाइमली फीड नहीं हो पाया, इसलिए बाद में जो रिजल्ट्स क्लियर हुए। उसी को फाइनल माना जायेगा। फॉरेस्ट मीट के लिए सभी गेम्स में ऑफिशिल्स अप्वाइंट किए गए थे, लेकिन इसके बावजूद कंट्रोल रूम में बैठी टीम प्लेयर के कहने पर ही फेरबदल करती रही, जबकि मेडल टेली के लिए सिर्फ ऑफिशियल्स ही रिकॉर्ड करा सकते है

Posted By: Inextlive